''हर मुद्दे को चीन सीमा विवाद से न जोड़े भारत ''

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 11:37 AM (IST)

बीजिंग : ग्लोबल टाइम्स में छपी खबर में चीनी विशेषज्ञ ने भारतीय मीडिया में छपे एक लेख पर  चीन में एक विदेशी मामलों के जानकार ने कहा है कि भारत को हर मुद्दे को चीन के साथ हो रहे सीमा विवाद से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने टिप्पणी की थी   जिसमें एक मामले में नेपाल के बदले रुख की चर्चा में चीन विवाद का जिक्र किया गया था। दरअसल, भारत दुनिया की सबसे ऊंची चोटी (एवरेस्ट) की लंबाई फिर से नापना चाहता है। इसके लिए उसे नेपाल की मदद चाहिए लेकिन नेपाल इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।भारत को आशंका है कि ऐसा वह सिर्फ चीन के गुस्से से बचने की कोशिश में कर रहा है।

 रविवार को टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा था कि माउंट एवरेस्ट को नापने की परियोजना में सिर्फ इस वजह से देरी हो रही है क्योंकि नेपाल ने प्रपोजल भेजे जाने के 3 महीने बाद भी उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं भेजी। खबर में भारत के सर्वे प्रमुख स्वर्ण सुब्बा राव का हवाला देते हुए कहा गया कि नेपाल इस मामले में इसलिए देरी कर रहा है क्योंकि 'इस समय दोनों दिग्गजों के बीच तनाव बढ़ रहा है ऐसे में वह किसी भी तरह भारत के साथ जुड़ाव दिखाना नहीं चाहता।'

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले कुछ सालों से भारत और नेपाल के बीच संबंधों में तनाव कम हुआ है, और चीन हिमालय के इलाकों में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। ली ने कहा कि भारत को अन्य एशियाई देशों के साथ चीन के संबंधों के प्रति तर्कसंगत रवैया लेना चाहिए और अति उत्साह से बचना चाहिए। गौरतलब है कि भारत ने इस साल जनवरी में एवरेस्ट को फिर से नापने वाली परियोजना की घोषणा की थी. दरअसल वैज्ञानिकों ने संदेह व्यक्त किया था कि अप्रैल 2015 में नेपाल में आए 7.8 मैग्निट्यूड वाले विनाशकारी भूकंप के चलते एवरेस्ट की चोटी कुछ कम हो गई है। काओलंगामा (एवरेस्ट) की वर्तमान आधिकारिक ऊंचाई 8848 मीटर है जो 1955 में हासिल हुई थी।


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