प्रधानमंत्री मोदी ने कतर के अमीर से की बात, दोहा पर इजरायली हमले की निंदा की
punjabkesari.in Wednesday, Sep 10, 2025 - 08:59 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: दोहा में हमास के शीर्ष अधिकारियों पर इज़राइली सेना द्वारा किए गए हवाई हमले के एक दिन बाद, बुधवार, 10 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बातचीत की और कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की कड़े शब्दों में निंदा की। PM मोदी ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए बातचीत और कूटनीति के जरिए विवादों को सुलझाने की वकालत की।
PM मोदी का बयान: शांति और कूटनीति पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से बात की और दोहा में हुए हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की। भारत कतर के भाईचारे वाले देश की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा करता है। हम बातचीत और कूटनीति के जरिए मुद्दों के समाधान और तनाव को कम करने का समर्थन करते हैं। भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए, और सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है।"
Spoke with Amir of Qatar Sheikh Tamim Bin Hamad Al-Thani and expressed deep concern at the attacks in Doha. India condemns the violation of the sovereignty of the brotherly State of Qatar. We support resolution of issues through dialogue and diplomacy, and avoiding escalation.…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 10, 2025
हमले में पांच लोगों की मौत
हमास के अनुसार, मंगलवार को दोहा में हुए इज़राइली हवाई हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए। मृतकों में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य खलील अल-हय्या के बेटे हम्माम अल-हय्या, उनके कार्यालय प्रबंधक जिहाद लबाद और तीन अन्य अंगरक्षक शामिल हैं। हमास ने इस हमले को "कायरतापूर्ण" करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
कतर की मध्यस्थता की सराहना
PM मोदी ने कतर के क्षेत्रीय शांति प्रयासों की सराहना की, खासकर गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए उसकी मध्यस्थता की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत कतर के इन प्रयासों का समर्थन करता है और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही, उन्होंने आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करते हुए तनाव को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
भारत का कूटनीति और शांति का रुख
भारत ने इस घटना पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कतर की संप्रभुता के सम्मान और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता दोहराई। PM मोदी ने जोर देकर कहा कि विवादों को सुलझाने का सबसे प्रभावी तरीका बातचीत और कूटनीति है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि क्षेत्र में तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
क्यों हुआ हमला
दोहा में इज़राइली सेना द्वारा हमास के शीर्ष अधिकारियों को निशाना बनाया जाना मध्य पूर्व में तनाव का एक नया अध्याय है। कतर लंबे समय से गाजा में युद्धविराम और शांति वार्ता के लिए एक महत्वपूर्ण मध्यस्थ रहा है। इस हमले ने न केवल क्षेत्रीय समीकरणों को प्रभावित किया है, बल्कि कतर की तटस्थता और संप्रभुता पर भी सवाल उठाए हैं।