कोख में मरे बच्चों के लिए सर्टिफिकेट जारी कर रहा ब्रिटेन, अब तक 50 हजार से अधिक माता-पिता ने कराया पंजीकरण

punjabkesari.in Saturday, Oct 12, 2024 - 06:21 PM (IST)

London:  ब्रिटेन (Britain) ने हाल ही में एक नई पहल के तहत 'बेबी लॉस सर्टिफिकेट' (Baby loss certificate) जारी करना शुरू किया है, जिसका उद्देश्य उन माता-पिता को सांत्वना देना है, जिन्होंने गर्भावस्था के दौरान अपने बच्चों को खो दिया। अब तक 50,000 से अधिक माता-पिता इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर चुके हैं। यह पहल उन परिवारों की भावनात्मक पीड़ा को कम करने के लिए शुरू की गई है, जो गर्भपात के बाद अपने बच्चों को भुला नहीं पाते और उनकी स्मृति को संजोकर रखना चाहते हैं।

 

इस योजना के माध्यम से ऐसे बच्चों को औपचारिक मान्यता दी जा रही है, जिन्हें पहले किसी तरह के पंजीकरण में शामिल नहीं किया जाता था। मिसकैरेज एसोसिएशन की मुख्य कार्यकारी, विक्की रॉबिन्सन के अनुसार, यह पहल उन माता-पिता के दर्द को साझा करने का एक तरीका है, जिन्होंने अपने बच्चे को खोया है। सर्टिफिकेट के माध्यम से माता-पिता को उनके बच्चे की यादें सहेजने का एक तरीका मिल रहा है, जिससे उन्हें भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

 

क्यों पड़ी बेबी लॉस सर्टिफिकेट की जरूरत?
पहले ऐसे बच्चों का कोई औपचारिक रजिस्ट्रेशन नहीं होता था, जिससे माता-पिता को लगता था कि उनके बच्चे को नजरअंदाज किया जा रहा है। जॉर्ज एलियट हॉस्पिटल की मिडवाइफ सामंथा कॉलिंग, जिन्होंने कई वर्षों तक ऐसे परिवारों के साथ काम किया है, ने कहा, "माता-पिता अस्पताल से जाते वक्त अपने बच्चे की कुछ यादें अपने साथ रखना चाहते थे, लेकिन उनके पास कुछ भी नहीं होता था। अब इस सर्टिफिकेट से उन्हें मान्यता मिल रही है कि वे एक बच्चे के माता-पिता हैं, भले ही वह बच्चा दुनिया में नहीं आया।"

 

कैसे करें बेबी लॉस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन?
इस सर्टिफिकेट के लिए वे माता-पिता आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने गर्भावस्था के 28 हफ्ते से पहले अपने बच्चे को खो दिया हो। शुरुआत में यह योजना 24 हफ्ते तक के बच्चों के लिए थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 28 हफ्ते कर दिया गया है। सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने वाले माता-पिता ब्रिटेन के निवासी होने चाहिए और उनकी उम्र कम से कम 16 वर्ष होनी चाहिए। सरोगेट माताएं भी इसके लिए आवेदन कर सकती हैं।

 

माताओं के लिए भावनात्मक राहत
यह योजना माता-पिता के दर्द को कम करने और उनके बच्चे को मान्यता देने का एक प्रयास है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सर्टिफिकेट से उन परिवारों को सांत्वना मिलेगी, जो गर्भावस्था के दौरान अपने बच्चे को खो चुके हैं और उनके पास उस बच्चे की यादों को सहेजने का कोई तरीका नहीं था। अब यह पहल उन्हें मानसिक रूप से शांति देगी और उन्हें यह एहसास दिलाएगी कि उनका बच्चा उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा था।


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Content Writer

Tanuja

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