ईरान पर ट्रंप मान लें फ्रांस की अपील तो भारत को मिलेगा ज्यादा तेल

Wednesday, Aug 28, 2019 - 10:22 AM (IST)

बिआरित्जः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने अमरीकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप से ईरान पर तेल की बिक्री पर लगी रोक हटाने का अनुरोध किया है। अगर अमरीका इसके लिए सहमत होता है तो भारत को तेल की सप्लाई बढ़ सकती है। अमरीका और ईरान के बीच तनाव कम करने के लिए फ्रांस मध्यस्थ बनने की कोशिश कर रहा है और यह इसी की एक कड़ी है।

ईरान के विदेश मंत्री जवाद जारिफ ने रविवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ साढ़े 3 घंटे तक बातचीत की थी। पता चला है कि यह दुनिया की मुख्यधारा में ईरान के लौटने की संभावना का संकेत है। जारिफ ने ईरान रवाना होने से पहले मैक्रों के साथ भी मुलाकात की थी।

ईरान भारत की जरूरत का 10 फीसदी तेल करता है सप्लाई 
मैक्रों और ट्रंप के बीच पिछले सप्ताह हुई मीटिंग में ईरान का मुद्दा शामिल था। मैक्रों ने ट्रंप से भारत और चीन को ईरान की ओर से तेल की बिक्री पर लगी रोक को हटाने का निवेदन किया। ईरान के तेल के बड़े खरीदारों में भारत और चीन शामिल हैं। अमरीका के ईरान को तेल की बिक्री में मिली 6 महीने की छूट न बढ़ाने के बाद भारत ने मई में ईरान से तेल खरीदना बंद कर दिया था। पिछले वर्ष नवम्बर में अमरीका ने भारत, चीन, ग्रीस, इटली, ताइवान, जापान, तुर्की और दक्षिण कोरिया को मई के पहले सप्ताह तक ईरान से तेल इम्पोर्ट करने की छूट दी थी। ईरान भारत की तेल की जरूरत का 10 फीसदी सप्लाई करता है। अमरीका के ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगाने से ईरान में भारत की ओर से चलाए जा रहे चाबहार पोर्ट जैसे अन्य प्रोजैक्ट्स की गति भी धीमी हुई है। चाबहार पोर्ट अफगानिस्तान, मध्य एशिया और यूरेशिया का गेटवे है।

Supreet Kaur

Advertising