बांग्लादेश में फिर तीन हिंदू मंदिरों पर हमला, 8 मूर्तियाँ तोड़ी गईं
punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2024 - 02:43 PM (IST)
Dhaka: बांग्लादेश के मैमनसिंह और दिनाजपुर जिलों में बदमाशों ने दो दिनों में तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की और आठ मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त कर दीं। यह घटना हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं की श्रृंखला में एक नई कड़ी है। बांग्लादेश में 8 दिसंबर 2024 तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2,200 से ज्यादा हिंसा के मामले दर्ज किए जा चुके हैं, और इस साल अक्टूबर तक 112 मामले सामने आए हैं। मैमनसिंह के हलुआघाट उप-जिले में गुरुवार और शुक्रवार को दो मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। शुक्रवार की सुबह, शाकुई संघ के बोंडेरपारा मंदिर की दो मूर्तियाँ तोड़ी गईं। हालांकि, इस घटना के बाद पुलिस ने अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया और न ही कोई गिरफ्तारी की गई।
इससे पहले गुरुवार को, हलुआघाट के बीलडोरा संघ में पोलाशकंडा काली मंदिर में एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया। इस हमले में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने पोलाशकांडा गांव के 27 वर्षीय अलल उद्दीन को गिरफ्तार किया, जिसने अपराध कबूल कर लिया। उसे मैमनसिंह की अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। दिनाजपुर के बीरगंज उप-जिले में, मंगलवार को झारबारी शासन काली मंदिर की पांच मूर्तियाँ तोड़ी गईं। यह घटना गुरुवार को सामने आई, और मंदिर समिति के अध्यक्ष जनार्दन रॉय ने कहा कि उन्होंने पहले कभी ऐसी घटना नहीं देखी। स्थानीय पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। एक सप्ताह पहले, सुनामगंज जिले में एक हिंदू मंदिर और समुदाय के घरों एवं दुकानों में तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले, 29 नवंबर को चटगांव में तीन हिंदू मंदिरों पर हमला हुआ था। यह घटना इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य पर देशद्रोह के आरोप लगाए जाने के बाद हुई हिंसा का हिस्सा थी। भारत सरकार ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है। लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर 2024 तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2,200 से ज्यादा हिंसा के मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश सरकार के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया है। भारत सरकार ने बांग्लादेश से अपील की है कि वह हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कदम उठाए। बांग्लादेश में बढ़ती हिंदू विरोधी हिंसा के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ रहा है। खासकर, 5 अगस्त को शेख हसीना के सरकार के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई है। इस दौरान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विवाद भी उभरा है।