कब्र में दफन महिलाओं की बॉडी से करता था रेप, पकड़े जानें पर हुआ हैरान कर देने वाला खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 02:55 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के कराची में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 40 वर्षीय मोहम्मद सलीम नामक व्यक्ति को कब्रों से शव निकालकर उनके साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले ने समाज को हिला कर रख दिया है और मानसिक स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, और नैतिकता पर सवाल उठाए हैं।
क्या है मामला?
पुलिस के अनुसार मोहम्मद सलीम ने कब्रिस्तान से महिलाओं के शव निकालकर उनके साथ बलात्कार किया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा, जब एक रात कब्रिस्तान में पहरा दे रहे एक व्यक्ति ने संदिग्ध गतिविधियों को देखकर पुलिस को सूचित किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने आरोपी को शव के साथ रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी ने खुद अपने अपराध को स्वीकार कर लिया और बताया कि वह कब्र की हालत और ताजे फूलों के आधार पर तय करता था कि कब्र नई है या पुरानी। फिर वह शव निकालकर पहचान करता था कि वह महिला है या पुरुष, और उसके बाद अपराध करता था।
आरोपी का बयान
कराची पुलिस की ओर से जारी किए गए एक वीडियो में आरोपी मोहम्मद सलीम अपने अपराध को स्वीकार करता है। उसने बताया कि वह कब्र के आसपास के ताजे फूलों और मिट्टी की स्थिति के आधार पर अनुमान लगाता था कि कब्र नई है या पुरानी। वह पैरों की ओर से कब्र खोदता था ताकि ऊपर से कोई न देख सके। शव को निकालकर वह उसकी पहचान करता और अगर वह महिला होती तो अपराध करता। आरोपी ने यह भी बताया कि उसने ऐसा तीन बार किया है और पिछली बार जब वह ऐसा करने गया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
नेक्रोफिलिया क्या है?
नेक्रोफिलिया एक दुर्लभ मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति शवों के प्रति यौन आकर्षण महसूस करता है। इसे गंभीर मानसिक विकार माना जाता है और यह अधिकांश देशों में अपराध के रूप में दर्ज किया जाता है।
नेक्रोफिलिया के प्रमुख लक्षण:
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शवों के प्रति यौन आकर्षण
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शव के साथ अनैतिक गतिविधियों में संलग्न होना
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मानसिक विकार के संकेत जैसे सामाजिक अलगाव और भावनात्मक अस्थिरता
कई देशों में इस प्रकार के अपराधों के लिए सख्त कानूनी दंड और मानसिक उपचार की व्यवस्था होती है।
पाकिस्तान में कानूनी स्थिति
पाकिस्तान में नेक्रोफिलिया के मामलों के लिए विशेष कानून नहीं है। हालांकि, कराची पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ सख्त धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस घटना ने समाज को न केवल कानूनी बल्कि नैतिकता और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।