ट्रंप के गाजा प्लान पर राजी हुआ हमास, सभी इजरायली बंधकों को करेगा रिहा!
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 06:28 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः गाजा संकट को खत्म करने के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। आतंकी संगठन हमास (Hamas) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना के तहत सभी इजरायली बंधकों चाहे वे जिंदा हों या मृत, को रिहा करने के लिए तैयार है। हमास ने यह भी कहा कि वह इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए तुरंत मध्यस्थों के साथ बातचीत शुरू करने को राजी है।
ट्रंप का अल्टीमेटम – रविवार शाम तक समझौता करो, वरना होगा भीषण अंजाम
हमास का यह ऐलान तब आया जब राष्ट्रपति ट्रंप ने हामास को अल्टीमेटम दिया कि अगर रविवार शाम 6 बजे (वॉशिंगटन डीसी समयानुसार) तक शांति समझौता नहीं हुआ तो उसके लिए अभूतपूर्व नतीजे होंगे।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा: “रविवार शाम तक हामास को समझौता करना ही होगा। अगर यह आखिरी मौका गंवा दिया गया तो हामास पर ऐसा कहर टूटेगा जैसा दुनिया ने कभी नहीं देखा। लेकिन किसी भी हालत में मध्य पूर्व में शांति स्थापित होगी।”
ट्रंप की 20-सूत्रीय शांति योजना
ट्रंप ने अपनी 20-पॉइंट शांति योजना को एक ऐतिहासिक सौदा बताया है, जिसके तहत:
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गाजा में तुरंत युद्धविराम (Ceasefire) होगा।
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सभी इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा, चाहे जिंदा हों या मृत।
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बदले में इजरायल, फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा।
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इजरायल धीरे-धीरे गाजा से अपनी सेना हटाएगा।
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गाजा का प्रशासन एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी तकनीकी सरकार को सौंपा जाएगा, जिसे अरब और इस्लामिक देशों का समर्थन मिलेगा।
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अंत में हामास को निर्अस्त्र (Disarm) होना होगा।
ट्रंप ने इसे “3000 सालों बाद मध्य पूर्व में स्थायी शांति का समझौता” करार दिया।
संयुक्त राष्ट्र (UN) की प्रतिक्रिया
यूएन महासचिव ने हामास की घोषणा का स्वागत किया। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफ़न दुजारिक ने कहा: “महासचिव इस बयान से उत्साहित हैं। यह सही समय है कि सभी पक्ष इस अवसर को भुनाकर निर्दोष नागरिकों की रक्षा करें और इस त्रासदी को खत्म करें।”
7 अक्टूबर का हमला – संघर्ष की जड़
गौरतलब है कि मौजूदा संकट की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी, जब हामास ने इजरायल पर सबसे बड़ा हमला किया। यह हमला यहूदी त्योहार सिमचत तोरा के दिन हुआ। हमास ने 4,000 से अधिक रॉकेट दागे और जमीन, हवा और समुद्र से एकसाथ हमला किया। आतंकियों ने गाजा-इजरायल सीमा को 119 जगहों से तोड़ा और 21 इजरायली कस्बों में घुसपैठ की। इस हमले में 1,195 लोग मारे गए, जिनमें 736 आम नागरिक, 79 विदेशी और 379 सुरक्षा कर्मी शामिल थे।लगभग 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया, जिनमें सैनिक और आम नागरिक दोनों थे। हमले में घरों, स्कूलों और ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा।
मौजूदा हालात
इस हमले के बाद से गाजा में लगातार इजरायली बमबारी हो रही है। लाखों फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए हैं। बिजली, पानी और दवाइयों की भारी कमी है। अब तक हजारों लोग मारे गए और बड़ी संख्या में घायल हुए हैं।