ये है वर्ल्ड की इकलौती चमत्कारिक बिल्डिंग, बनावट पर हो जाएंगे फिदा (pics)
punjabkesari.in Saturday, Feb 11, 2017 - 02:15 PM (IST)

टोक्योः सबसे मेहनती देशों में शुमार जापान का आज फाउंडेशन डे है। करीब 6800 द्वीपों से मिलकर बना यह यह सबसे विकसित देश है। इस देश का नाम कुछ भी नया करने में सबसे आगे रहता हैं। इंजीनियरिंग की दुनिया में भी जापान के लोगों ने एक से बढ़कर एक चमत्कार किए हैं। इसी सिलसिले में आज हम आपको यहां की एक अजीबोगरीब बिल्डिंग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बीच से एक्सप्रेस हाईवे गुजरता है।
इस बिल्डिंग के बनने की कहानी भी इंटरेस्टिंग है। ओसाका सिटी में बनी गेट टावर बिल्डिंग इंजीनियरिंग की दुनिया का बेहतरीन नमूना है। दरअसल यह वर्ल्ड की इकलौती ऐसी बिल्डिंग है, जिसके बीच में से एक्सप्रेस हाईवे गुजरता है। हाईवे बिल्डिंग की 5वीं, 6वीं और 7वीं मंजिल को कवर करता है। इन फ्लोर्स पर कोई घर नहीं है। मजे की बात तो यह है कि लिफ्ट चौथे फ्लोर के बाद सीधे 8वें फ्लोर पर पहुंचती है। हाईवे के बीच में से बिल्डिंग बनाने को लेकर काफी विवाद हुआ था, लेकिन अब यही इंजीनियरिंग की दुनिया का बेहतरीन नमूना है और टूरिस्टों के आकषर्ण का केंद्र भी।
इस बिल्डिंग और हाईवे के निर्माण की कहानी भी काफी इंटरेस्टिंग है। दरअसल, यहां पहले एक बिल्डिंग बननी थी, जिसकी डिजाइन 1982 में ही फाइनल हो गई थी। लेकिन, बिल्डिंग के मालिक को पता नहीं था कि यहां पहले ही हाईवे निर्माण का प्लान बन चुका था।- इसके बाद यहां बिल्डिंग बनाने पर कानूनी रोक लगा दी गई, लेकिन बिल्डिंग का मालिक नहीं माना। वह इस मामले को लेकर कोर्ट तक पहुंच गया और पांच साल तक केस चलता रहा। इसके बाद 1989 में सिटी प्लानिंग और हाईवे कानूनों में कुछ बदलाव के चलते हाईवे के बीच से ही बिल्डिंग बनाने की परमिशन मिल गई।
जगह के इस्तेमाल के कारण प्रशासन हर साल बिल्डिंग के मालिक को इन तीन मंजिलों का किराया भी चुकाता है। इस बिल्डिंग को वल्र्ड फेमस इंजीनियर अजूसा सेकेई और यमातो निशिहारा ने डिजाइन किया। इस गोलाकार बिल्डिंग में हाईवे बिल्डिंग से सटा हुआ नहीं है, बल्कि नीचे बना ब्रिज हाईवे को सहारा देता है। इतना ही नहीं, हाइवे के चारों तरफ ऐसा स्ट्रक्चर बनाया गया है, जो गाड़ियों के शोर को बिल्डिंग में जाने नहीं देता। यह स्ट्रक्चर इतना आधुनिक है कि बिल्डिंग में रहने वाले लोगों तक रात के सन्नाटे में भी तेज रफ्तार वाहनों की जरा सी भी आवाज नहीं पहुंचती।