Pakistan के पूर्व PM Imran Khan की पार्टी ने की देशव्यापी आंदोलन की घोषणा
punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2024 - 04:37 PM (IST)
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने जेल में बंद अपने सभी नेताओं की रिहाई के लिए देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। प्रशासन ने इस घोषणा के बाद पीटीआई समर्थकों के साथ संभावित टकराव से निपटने को लेकर तैयारी की है। पीटीआई के अलावा दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी ने भी बिजली और अन्य वस्तुओं की ऊंची कीमतों के खिलाफ इस्लामाबाद में प्रदर्शन की घोषणा की है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के संस्थापक इमरान खान (71) और अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। खान को पिछले साल पांच अगस्त को पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग द्वारा दायर तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था। तब से वह विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं। यद्यपि क्रिकेट से राजनीति में आए खान को जमानत मिल गई है या फिर उनकी दोषसिद्धि को रद्द कर दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें रिहा नहीं किया गया। पीटीआई के अनुसार वह राजधानी में 'नेशनल प्रेस क्लब' के सामने प्रदर्शन करेगी, जबकि जमात-ए-इस्लामी ने संसद भवन के सामने स्थित प्रसिद्ध 'एफ-चौक' पर धरना देने की योजना बनाई है।
इस बीच, इस्लामाबाद में पुलिस ने धारा 144 लागू करते हुए संघीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन सहित सभी प्रकार की सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही 'रेड जोन' को सील करते हुए प्रवेश निषिद्ध कर दिया है। इस जोन में प्रमुख सरकारी कार्यालय और दूतावास हैं। पुलिस ने फैजाबाद इंटरचेंज पर इस्लामाबाद राजमार्ग को भी आंशिक रूप से बंद कर दिया है, यह रावलपिंडी से इस्लामाबाद के मुख्य प्रवेश बिंदु पर स्थित है। इसके अलावा पंजाब गृह मंत्रालय ने सभी विरोध प्रदर्शनों और सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रांत में धारा 144 लागू कर दी।
पीटीआई ने दावा किया है कि देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों से पहले उसके पार्टी नेताओं को गिरफ़्तार किया जा रहा है। उसने कहा कि पंजाब पुलिस ने रावलपिंडी में पीटीआई नेता राजा बशारत के घर पर छापा मारा। उसने कहा कि कानूनविद् जावेद इकबाल समेत दर्जनों लोगों को रहीम यार खान शहर में गिरफ्तार किया गयाहै। पार्टी ने कहा कि पुलिस ने लाहौर में पीटीआई नेता मेहर नईमुल्ला के कैंप कार्यालय पर छापा मारा और उनके पांच मित्रों को गिरफ्तार किया, हालांकि नईमुल्ला वहां से बच निकलने में सफल रहे।