इमरान खान बनना चाहते हैं ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर, पद के लिए किया आवेदन

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2024 - 07:09 PM (IST)

Islamabad: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो पिछले एक साल से जेल में बंद हैं, ने ब्रिटेन की प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चांसलर बनने के लिए आवेदन किया है। इमरान खान के सलाहकार, सैयद जुल्फिकार बुखारी ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर दी। बुखारी ने बताया कि इमरान खान ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर चुनाव 2024 के लिए आवेदन फॉर्म जमा कर दिया है। यह चुनाव 28 अक्टूबर को होना है और ऑक्सफोर्ड के 800 साल के इतिहास में पहली बार इस पद के लिए ऑनलाइन मतदान होगा। बुखारी ने अपने बयान में कहा, "अगर इमरान खान चांसलर बनते हैं, तो वह एशियाई मूल के पहले व्यक्ति होंगे। यह न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि पूरे एशिया और बाकी दुनिया के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी।" इमरान खान को पिछले साल अगस्त में कई आरोपों में जेल में डाल दिया गया था, जिनमें भ्रष्टाचार और हिंसा भड़काने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

 

अभी तक अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की
इन आरोपों के चलते वे अब तक जेल में बंद हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर पद के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इमरान खान खुद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं। उन्होंने 1972 में ऑक्सफोर्ड के केबल कॉलेज से इकोनॉमिक्स में डिग्री हासिल की थी। इसके अलावा, इमरान 2005 से 2014 तक ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर के रूप में भी कार्यरत रह चुके हैं, जहां उनके नेतृत्व को काफी सराहा गया था।  ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर के पद के लिए आवेदन की प्रक्रिया 18 अगस्त को समाप्त हो गई। हालांकि, विश्वविद्यालय ने अभी तक अंतिम उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इस चुनाव में इमरान खान के अलावा ब्रिटेन के तीन पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, थेरेसा मे, और बोरिस जॉनसन भी मैदान में हो सकते हैं। इसके अलावा, कुछ महिलाओं ने भी इस पद के लिए आवेदन किया है, और अगर वे चुनी जाती हैं, तो वे ऑक्सफोर्ड की पहली महिला चांसलर होंगी।

 

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर पद का महत्व
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर का पद अत्यंत प्रतिष्ठित होता है। वर्तमान चांसलर, लॉर्ड क्रिस पैटन, जिन्होंने फरवरी 2003 में यह पद संभाला था, ने इस साल फरवरी में अपने इस्तीफे का ऐलान किया था। 80 साल के पैटन 21 साल तक इस पद पर रहे और उन्होंने हांगकांग के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर के रूप में भी कार्य किया था। पैटन ऑक्सफोर्ड के 1224 के बाद से 159वें चांसलर थे, और वे इस पद पर रहते हुए न मरने वाले पहले चांसलर बने।ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर के चुनाव में 2.5 लाख से ज्यादा मौजूदा और पूर्व छात्र वोट करेंगे। इस पद के लिए चुने जाने वाले उम्मीदवार को 10 साल का कार्यकाल मिलेगा। हालांकि, ब्रिटेन के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों और अन्य प्रमुख दावेदारों की मौजूदगी को देखते हुए, टेलीग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के जीतने की संभावना कम मानी जा रही है।

पाकिस्तान में चल रहे कानूनी विवाद
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ पाकिस्तान में भी कानूनी मुश्किलें जारी हैं। हाल ही में, उन्हें तोशाखाना से जुड़े एक नए मामले में गिरफ्तार किया गया। नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की टीम ने इस्लामाबाद की अडियाला जेल में जाकर उन्हें गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी तब हुई जब इमरान खान और उनकी पत्नी को फर्जी निकाह के मामले में इस्लामाबाद कोर्ट से बरी किया गया था। इमरान खान की यह गिरफ्तारी उनके पहले से ही जटिल कानूनी स्थिति को और भी पेचीदा बना रही है। इसके बावजूद, उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर पद के लिए आवेदन किया है, जो उनके आत्मविश्वास और साहस का प्रतीक है। इस चुनाव में उनकी जीत या हार, न केवल उनके भविष्य को, बल्कि पाकिस्तान और ब्रिटेन के संबंधों को भी प्रभावित कर सकती है।

 


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Content Writer

Tanuja

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