कोरोना की तुरंत नतीजे वाली जांच पर वैज्ञानिकों को नहीं यकीन, उठाए सवाल

punjabkesari.in Saturday, Mar 28, 2020 - 11:42 AM (IST)

नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों की संख्या हर दिन तेजी से बढ़ रहा है। तमाम कोशिशों के बाद भी यह आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा अब तक दुनिया में 591,013 संक्रमित लोग लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमितों की जांच के हाल ही में विकसित दो तरह की जांच को लेकर वैज्ञानिकों ने सवाल उठाने शुरू कर कर दिए हैं।

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क्या कहना है वैज्ञानिकों का
दरअसल कई वैज्ञानिकों का मानना है कि तत्काल जांच के नतीजे पारंपरिक जांच के मुकाबले कम विश्वसनीय हैं। उनका मानना है कि इतनी जल्दी सही जांच नतीजे आ ही नहीं सकते। पिछले कई महीनों से जांच का जो तरीका प्रचलित है उसमें मरीज के गले और नाक से रुई के जरिये तरल नमूना लिया जाता है जिसमें जिंदा वायरस हों। इन नमूनों की अनगिनत प्रतियां बनाई जाती हैं जिनका कंप्यूटर से विश्लेषण किया जाता है। इस काम में कई-कई दिन लग जाते हैं। जबकि नये तरीके के टेस्ट मात्र 15 मिनट में मिनट में परिणाम दे रहे हैं। इन टेस्टों पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

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स्पेन ने लोटा दी नौ हजार किट
दूसरी तरफ स्पेन के स्वास्थ्य मंत्री सल्वाडोर इला ने कहा कि ऐसी जांच किट भी पर्याप्‍त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। यही नहीं भी कई किट तो विश्वसनीय भी नहीं हैं। देश में इस समय उपलब्ध तत्काल जांच नतीजे देने वाली एंटीजेन टेस्ट किट में सभी अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं। स्पेन की सरकार ने चीन की एक कंपनीको नौ हजार किट लौटा दी हैं जिनके नतीजे विश्वसनीय नहीं पाये गए हैं।

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भारत में 834 लोग हुए संक्रमित
भारत में कोविड-19 के मामले शनिवार को बढ़कर 834 पर पहुंच गए और संक्रमण के कारण 19 लोगों की मौत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने ताजा आंकड़ों में दो और लोगों की मौत होने की जानकारी दी है।बहरहाल, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि ये दो मौत कहां हुई हैं।अभी तक महाराष्ट्र में चार, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो और मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


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Edited By

Anil dev

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