चीन की चालबाजियों से बढ़ा आर्थिक तनाव, मंहगाई की आग में झुलस उठेगी पूरी दुनिया
punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2024 - 12:12 PM (IST)
बीजिंग: चीन ने पिछले कुछ समय में बड़ी मात्रा में अनाज, कच्चा तेल, तांबा, कोबाल्ट और लोह अयस्क का आयात किया है। इन वस्तुओं में कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन चीन के लिए ये सभी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। पिछले सालभर में चीन ने इनके आयात में तेज वृद्धि की है, जिससे वैश्विक बाजार में हलचल मची हुई है।चीन के इस कदम के पीछे मुख्य कारणों में उसकी रणनीतिक भंडारण नीति और वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना है। चीन ने बुनियादी संरचना में आई रुकावटों के बावजूद, लगभग सभी प्रकार की कमोडिटी के आयात में 16% की वृद्धि की है।
यह वृद्धि 2018 के बाद सबसे तेज है, जब चीन ने स्टील उत्पादन और कच्चे माल का भंडारण बढ़ाया था। विश्लेषकों का मानना है कि चीन की इस रणनीति से वैश्विक बाजार में महंगाई बढ़ सकती है। इससे दुनिया भर में तेल, अनाज और धातुओं की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। चीन की इस जमाखोरी से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अमेरिका से खुद को दूर करने की चाल
चीन के केंद्रीय बैंकों और ताइवान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए, चीनी सरकार ने भरण-पोषण और ठंडी से निपटने के लिए अमेरिकी से आयात में कटौती की है। अमेरिकी निर्यात में इस साल की शुरुआत में 16% की गिरावट आई थी। चीन की प्रोत्साहन योजनाएं भी यही संकेत देती हैं। इसमें कुल खुदरा बिक्री और घरेलू निवेश में वृद्धि शामिल है। अगर चीन की आर्थिक स्थिति और कमोडिटी की मांग में सुधार नहीं हुआ, तो दुनिया में महंगाई बढ़ सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए चीन अपनी रणनीतियों में बदलाव कर सकता है।
चीन की बड़ी हिस्सेदारी आयात
चीन की अर्थव्यवस्था की बड़ी हिस्सेदारी आयात पर निर्भर करती है। चीन 70% आवश्यक तेल, 97% कोबाल्ट सप्लाई और लगभग सभी जरूरतों के लिए न्यूट्रल गैस का 40% आयात करता है। कच्चे तेल का 70% आयात होता है।
वैश्विक महंगाई का खतरा
विश्लेषकों का मानना है कि चीन की यह चाल महंगाई को बढ़ा सकती है, जिससे दुनियाभर में आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है। अगर चीन अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करता, तो वैश्विक बाजार में महंगाई की समस्या बढ़ सकती है। अब देखने वाली बात यह है कि आने वाले समय में चीन की रणनीति क्या मोड़ लेगी और इसका वैश्विक बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।