अमेरिकी प्रतिबंध के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने शिनजियांग के शीर्ष अधिकारी को हटाया

punjabkesari.in Sunday, Dec 26, 2021 - 11:51 AM (IST)

बीजिंग: राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) ने अस्थिर शिनजियांग प्रांत के प्रमुख चेन क्वांगुओ को अचानक पद से हटा दिया है। अमेरिका ने इस क्षेत्र में उइगर मुसलमानों के खिलाफ कथित मानवाधिकारों के हनन के लिए हाल ही में चेन को प्रतिबंधित कर दिया था। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शनिवार को बताया कि चेन अब CPC की शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्रीय समिति के सचिव के रूप में कार्यरत नहीं हैं। ग्वांगडोंग प्रांत के गवर्नर मा जिंगरुई को शिनजियांग का नया पार्टी प्रमुख नियुक्त किया गया है।

 

समाचार एजेंसी ने एक संक्षिप्त रिपोर्ट में कहा कि CPC की केंद्रीय समिति ने चेन को नयी नियुक्ति देने का फैसला किया है। हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने इस घटनाक्रम के बारे में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि उइगरों के खिलाफ व्यापक मानवाधिकारों के हनन को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ द्वारा चेन पर आरोप लगाया गया है, लेकिन उन्हें पदोन्नति की जानकारी दी गई है। पिछले साल, अमेरिकी सरकार ने शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के प्रभारी चेन और कई अन्य चीनी अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगा दिया था, और कहा था कि वे शिनजियांग में ‘उइगर, जातीय कजाखों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों के अन्यायपूर्ण हिरासत या दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार थे, या इसमें शामिल थे।''

 

अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित तीन चीनी अधिकारियों में शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के CCP पार्टी सचिव चेन क्वांगुओ, झिंजियांग राजनीतिक और कानूनी समिति के तत्कालीन पार्टी सचिव झू हैलुन और शिनजियांग पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो के पार्टी सचिव वांग मिंगशान थे। उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाली पूर्व अमेरिकी सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया था - जिसने चीन पर एक सख्त नीति अपनाई थी और इसे मौजूदा जो बाइडन सरकार भी कुछ हद तक आगे बढ़ा रही है। चीन ने ‘जैसे को तैसा' की तर्ज पर कदम उठाते हुए ‘‘चीन पर अमेरिकी कांग्रेस-कार्यकारी आयोग'' (CECC), अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए तत्कालीन अमेरिकी राजदूत सैमुअल ब्राउनबैक, अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो, टेड क्रूज़ और कांग्रेसी क्रिस स्मित के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे।

 

अमेरिका-चीन संबंध तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। इस बीच  बाइडेन प्रशासन ने  अगले साल फरवरी में होने वाले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा कर दी है । बाइडन ने गत बृहस्पतिवार को ‘‘उइगर जबरन श्रम रोकथाम अधिनियम'' पर हस्ताक्षर किए, जो अमेरिकी व्यवसायों को शिनजियांग से सामान आयात करने से रोकता है, जब तक कि यह साबित नहीं किया जा सकता कि वे जबरन श्रम द्वारा नहीं बनाए गए हैं। चीन ने नए अमेरिकी कानून की निंदा करते हुए कहा है कि उसने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया और उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप किया। चीन पिछले कुछ सालों में उइगर मुसलमानों के खिलाफ पश्चिम की ओर से मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों से जूझ रहा है। 


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Content Writer

Tanuja

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