मैक्सिको में ट्रेलर से टकराने पर बस में लगी आग, 41 लोगों की गई जान
punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 11:40 AM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2025_2image_11_39_119919867busaccident.jpg)
इंटरनेशनल डेस्क. मैक्सिको में एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना उस समय हुई जब 48 यात्रियों से भरी एक बस हाईवे पर एक ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस में तुरंत आग लग गई और वह जलकर पूरी तरह राख हो गई।
बस में आग लगने से मची अफरा-तफरी
रिपोर्ट के अनुसार, यह बस कैनकन से टैबस्को की ओर जा रही थी। यह हादसा शनिवार सुबह एस्कार्सेगा शहर के पास हुआ। दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन मैक्सिको के कोमाल्काल्को शहर के मेयर ओविडियो पेराल्टा ने हादसे की पुष्टि करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
A traffic accident involving a bus in southern Mexico killed 41 people
— DD News (@DDNewslive) February 9, 2025
The bus, which was carrying 48 people, collided with a truck, resulting in the deaths of 38 passengers and two drivers.#Mexico pic.twitter.com/cYBmV0aZmy
ताबास्को सरकार ने दी जानकारी
ताबास्को राज्य की सरकार ने बताया कि टक्कर के तुरंत बाद बस में आग लग गई, जिससे वह पूरी तरह जल गई। इस हादसे में घायल यात्रियों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनकी जान को अब कोई खतरा नहीं है।
बस कंपनी ने जताया शोक, होगी कड़ी कार्रवाई
यह बस "टूर अकोस्टा" नामक ट्रैवल कंपनी की थी, जो यात्रियों को सफर पर लेकर जा रही थी। कंपनी ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बस में कुल 48 यात्री सवार थे, जिनमें से 41 की मौत हो गई। हादसे की पूरी जांच की जाएगी कि यह दुर्घटना कैसे हुई। यह भी पता लगाया जाएगा कि बस की गति कितनी थी और गलती किसकी थी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा
कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं घायलों को हर संभव मदद दी जा रही है।
घायलों का दर्दनाक बयान
इस हादसे से बचकर निकले कुछ घायलों ने बताया कि बस में आग कुछ ही पलों में फैल गई। आग इतनी तेज थी कि बस की पूरी बॉडी पिघलने लगी और अंदर बैठे लोग बाहर नहीं निकल सके। यात्रियों की चीखें धीरे-धीरे शांत हो गईं, क्योंकि कोई भी उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं कर पाया।