G-7 समिट में PM मोदी, कनाडा के पीएम मार्क कार्नी संग हुई द्विपक्षीय बैठक

punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 06:09 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कनानास्किस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से द्विपक्षीय बैठक की। यह बैठक दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में आई कूटनीतिक खटास के बाद हुई है। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की।

भारत-कनाडा संबंधों पर चर्चा:

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और कनाडा के बीच गहरे जन-जन संबंधों और मजबूत व्यापारिक रिश्तों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "भारत और कनाडा के बीच संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और G7 शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित करने के लिए मैं कनाडा सरकार का आभारी हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा उनके लिए 2015 के बाद कनाडा की पहली यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में एक कदम है।

वैश्विक मुद्दों पर भारत की भूमिका:

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की वैश्विक नेतृत्व की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए भारत ने कई पहल की हैं जो विश्व के लिए लाभकारी हैं। आज, G7 में उन पहलों को लागू करने का एक बड़ा अवसर है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा वैश्विक भलाई के लिए इस अवसर का उपयोग करने के लिए तैयार है और भविष्य में भी ऐसा करता रहेगा।

पीएम कार्नी का क्या कहना था?

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा, "यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि आप जी7 में शामिल हुए हैं। आपकी उपस्थिति हमारे देशों के रिश्तों और साझा प्राथमिकताओं की पुष्टि करती है।" उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, आतंकवाद, और लोकतांत्रिक मूल्यों जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। 

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारत को G7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के निर्णय को सही ठहराया। उन्होंने कहा, "भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए G7 में भारत का होना आवश्यक है।" उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कानून प्रवर्तन सहयोग जारी रहेगा और सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा की जाएगी। 

भारत-कनाडा संबंधों में सुधार की दिशा:

यह मुलाकात दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में आए तनाव के बाद संबंधों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों नेताओं ने आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।


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Pardeep

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