अर्श डल्ला मामलाः कनाडाई कोर्ट ने मुकदमे के प्रसारण पर लगाई पूरी तरह रोक, 50 से अधिक गंभीर अपराधों के मामले दर्ज
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 05:29 PM (IST)
International Desk: खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का प्रमुख अर्श सिंह गिल, जिसे अर्श डल्ला के नाम से जाना जाता है, हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और आतंकी गतिविधियों जैसे 50 से अधिक मामलों में वांछित है। इन मामलों में आतंकी वित्तपोषण भी शामिल है। मई 2022 में इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। कनाडा की ओंटारियो अदालत ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला सुनाते हुए आदेश दिया कि अर्श डल्ला और सह-आरोपी गुरजंत सिंह के मुकदमे की अदालती कार्यवाही का प्रसारण, प्रकाशन या किसी भी माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक कवरेज नहीं होगा। यह प्रतिबंध मुकदमे के खत्म होने तक प्रभावी रहेगा।
ये भी पढ़ेंः-कनाडा में भूख और गरीबी संकट गहराया, एक साल में 36% की बढ़ोतरी
यह आदेश कनाडा सरकार के वकील की उस याचिका के बाद आया, जिसमें अदालत से कार्यवाही के कवरेज पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया था। यह घटनाक्रम तब हुआ जब भारत ने अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद कनाडा से उसके प्रत्यर्पण की मांग की। पिछले महीने के अंत में कनाडा पुलिस ने डल्ला को गिरफ्तार किया था। भारत ने उसे 2023 में आतंकवादी घोषित किया था और जुलाई 2023 में उसकी अस्थायी गिरफ्तारी के लिए कनाडा से अनुरोध किया था, जिसे पहले खारिज कर दिया गया था।
ये भी पढ़ेंः-पन्नू हत्या साजिश मामले में ट्रंप का बड़ा एक्शन, भारतीय आरोपियों के खिलाफ केस लड़ रहे अभियोजक को हटाया
“अर्श डल्ला के भारत में आपराधिक रिकॉर्ड और कनाडा में उसकी अवैध गतिविधियों को देखते हुए, यह उम्मीद है कि उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित किया जाएगा।" उन्होंने आगे कहा, "हमने 10 नवंबर से ही डल्ला की गिरफ्तारी पर मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। कनाडा के प्रिंट और विजुअल मीडिया ने इस पर व्यापक कवरेज दी है। हम समझते हैं कि ओंटारियो कोर्ट ने इस मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।" भारत ने इस मामले में कनाडाई अधिकारियों को अतिरिक्त जानकारी और सबूत भी सौंपे हैं ताकि डल्ला को जल्द से जल्द भारत भेजा जा सके।
ये भी पढ़ेंः- शपथ से पहले ट्रंप का ''ऑपरेशन ईरान'': खामेनेई को घुटनों पर लाने के लिए बनाए 5 बड़े प्लान, मस्क की निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका
डल्ला खालिस्तान टाइगर फोर्स का असली प्रमुख है, जो भारत में कई आतंकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार मानी जाती है। उसकी गिरफ्तारी भारत और कनाडा के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है। भारत को अब उम्मीद है कि कनाडा उसकी प्रत्यर्पण प्रक्रिया को जल्द मंजूरी देगा, ताकि दल्ला को भारत लाकर उसके खिलाफ लंबित मामलों में कार्रवाई की जा सके।