LIVE: अमेरिका की वापसी को तालिबान ने बताया शर्मनाक हार, कहा- यह अन्‍य हमलावरों के लिए कड़ा संदेश

punjabkesari.in Tuesday, Aug 31, 2021 - 04:49 PM (IST)

काबुल: अफगानिस्‍तान पर तालिबान कब्जे के बाद अमेरिकी सैनिकों ने तय समयसीमा से एक दिन पहले ही वापसी कर ली है। आखिरी अमेरिकी सैनिक के लौटने के बाद तालिबान ने पूरे काबुल एयरपोर्ट को अपने कब्‍जे में ले लिया है। करीब 20 साल तक चली जंग के बाद अमेरिकी सैनिकों की वापसी को तालिबान ने सुपरपावर अमेरिका की शर्मनाक हार बताया है। अफगानिस्तान से जुड़ी हर खबर को पढ़ने के  किए जुड़ें  Punjabkesari.in  के साथ...

 

  • अमेरिकी सैनिकों की पूर्ण वापसी के बाद तालिबानी नेता जश्‍न मना रहे हैं। 'आजादी' की पहली सुबह का जायजा लेने काबुल एयरपोर्ट पर पहुंचे तालिबान के प्रवक्‍ता जबीउल्‍ला मुजाहिद ने कहा कि अमेरिका की शर्मनाक हार अन्‍य हमलावरों के लिए एक कड़ा संदेश है। जबीउल्‍ला ने कहा कि यह ऐतिहासिक मौका है और हमारा देश अब एक 'स्‍वतंत्र और संप्रभु राष्‍ट्र' है। उन्‍होंने सभी अफगान नागरिकों को जीत की बधाई दी। तालिबानी प्रवक्‍ता ने लगे हाथ यह भी कहा कि हम अमेरिका समेत पूरी दुनिया के साथ अच्‍छे रिश्‍ते बनाना चाहते हैं। हम सभी के साथ राज‍नयिक संबंध का स्‍वागत करते हैं। जबीउल्‍लाह ने कहा कि यह हम सभी की जीत है।
     
  • उन्‍होंने कहा, 'अब हमें संदेह नहीं है कि इस्‍लामिक अमीरात अफगानिस्‍तान एक स्‍वतंत्र और संप्रभु राष्‍ट्र है। जबीउल्‍ला ने कहा कि अमेरिकी सैन्‍य हस्‍तक्षेप के जरिए अपना लक्ष्‍य हासिल नहीं कर सके। तालिबानी प्रवक्‍ता ने दावा किया कि वे स्‍वतंत्रता और इस्‍लामिक मूल्‍यों की रक्षा करेंगे। इससे पहले तालिबान के कतर स्थित प्रवक्‍ता सुहैल शाहीन ने भी इसे आजादी करार दिया था।
     
  •  इस दौरान तालिबान नेताओं ने देश को सुरक्षित करने, हवाईअड्डे को फिर से खोलने और पूर्व प्रतिद्वंद्वियों को माफी देने का संकल्प जताया। देश को नियंत्रण में लेने का संकेत देते हुए पगड़ी पहने तालिबान नेताओं को ‘टरमैक' पार करते हुए , उनकी बदरी इकाई के लड़ाकों ने घेर लिया। इस दौरान उन्होंने खाकी वर्दी में तस्वीरें भी खिंचवाईं। हवाईअड्डे को फिर से चालू करना तालिबान के सामने 3.8 करोड़ की आबादी वाले देश पर शासन करने की बड़ी चुनौतियों में से एक है, जो दो दशकों से अरबों डॉलर की विदेशी सहायता पर टिका हुआ था।
     
  • सुहैल शाहीन ने सोमवार देर रात को ट्वीट करके कहा, 'आज रात 12 बजे (अफगानिस्‍तान के समयानुसार) आखिरी अमेरिकी सैनिक अफगानिस्‍तान से लौट गया। हमारे देश को पूरी आजादी मिल गई है। अल्‍लाह को धन्‍यवाद। सभी देशवासियों को दिली धन्‍यवाद।' इसी के साथ ही अब पंजशीर घाटी को छोड़कर पूरे अफगानिस्‍तान पर तालिबान का पूरा नियंत्रण हो गया है।
     
  • तालिबानी जहां देशभर में जश्‍न मना रहे हैं, वहीं राजधानी काबुल की सड़कों पर सन्‍नाटा पसरा है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के लिए यह एक ऐतिहासिक जीत है। तालिबान ने हमेशा से ही अफगानिस्‍तान में विदेशी सेनाओं के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में बयान दिया है और वे इसे अपनी संप्रभुता के खिलाफ बताते रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्‍तान से चले जाने के बाद अब देश के नए शासकों को कई सवालों का जवाब देना होगा।
     
  • अफगानिस्तान में करीब 20 साल तक जंग लड़ने के बाद अमेरिकी सैनिकों की पूर्ण वापसी हो गई। अमेरिका ने तय समय से एक दिन पहले ही अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को पूरी तरह निकाल लिया है। इसके लिए 31 अगस्त तक का समय निर्धारित किया गया था। इस बीच अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक की फोटो ट्वीट कर ये जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसा  30 अगस्त की देर रात करीब एक बजे आखिरी अमेरिकी विमान ने उड़ान भरी है। US सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल केनेथ मैकेंजी ने अमेरिकी सेना की वापसी को पूरा करने की घोषणा की है। 
     
  • काबुल से अमेरिकी फौज की वापसी के बाद दो दशक में पहली बार ऐसा हुआ है कि वहां पर कोई भी अमेरिकी सैनिक नहीं है। बीते दो सप्‍ताह के दौरान अमेरिका ने बड़ी तेजी से अपने लोगों और वहां से निकलने की चाहत रखने वाले अफगानियों को बाहर निकाला है। हालांकि कुछ अमेरिकियों ने वहां से निकलने से मना कर दिया है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि इन अमेरिकियों का यहां पर परिवार है। इनको छोड़कर अब ये अमेरिकी यहां से जाना नहीं चाहते हैं।

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Content Writer

Tanuja

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