अमेरिका ने चीन एआई चिप्स के निर्यात नियंत्रण का दायरा बढ़ाया
punjabkesari.in Thursday, Nov 02, 2023 - 10:17 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी सरकार ने इस सप्ताह नए नियमों की घोषणा की, जिसके तहत चीन के लिए नई माइक्रोचिप्स के निर्यात पर और अधिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे। ये सारी माइक्रोचिप्स आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से जुड़ी हैं। अमेरिका ने इसलिए चीन को निर्यात होने वाली चिप्स पर अपने प्रतिबंधों का दायरा बढ़ा दिया है। 17 अक्टूबर को अपनी नई घोषणा में अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि ये नए नियम पिछले वर्ष लागू किए गए कानून में जो कमियां हैं उन्हें पूरा करने के लिए बनाए गए हैं।
इसके बाद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी माइक्रोचिप्स के चीन को होने वाले निर्यात पर और कड़ा प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस नए कानून के लागू होने के बाद चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी निविडिया और दूसरी चिप बनाने वाली कंपनियों का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस वाली चिप को चीन को निर्यात करना बहुत कठिन हो जाएगा। इसके साथ ही चिप वाले उपकरण और औजारों का निर्यात भी चीन को बंद हो जाएगा।
इस नए कानून के अस्तित्व में आने से निविडिया द्वारा एन-800 और ए-800 चिप जो उसने पूरी तरह चीनी बाजारों में निर्यात करने के लिए बनाई थी उसके उत्पादन को बंद करना पड़ेगा। इसके साथ ही इंटेल, एएमडी जैसी कंपनियों द्वारा एआई चिप बनाने के काम को भी झटका लग सकता है जो उन्होंने चीनी बाजारों के लिए ही बनाई थी। इस नए कानून से चीन को बेची जाने वाली और निर्यात होने वाली माइक्रोचिप पर प्रतिबंध लग जाएगा। इससे सेमीकंडक्टर कंपनियों जैसे अप्लाइड मैटीरियल, लैम्ब रिसर्च और केएलए को झटका लगना तय माना जा रहा है जो सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस माइक्रोचिप बनाने के उपकरणों को बनाती हैं। इस नए नियम में एक और बिंदु हो जो इन कंपनियों को निर्यात लाइसेंस लेने के नियमों को 40 और देशों पर लागू करेगा। जिससे चीन इन देशों के माध्यम से अमेरकी कंपनियों से माइक्रोचिप और सेमीकंडक्टर ना खरीद ले।
अमेरिका को इस बात की आशंका है कि चीन इस उच्चतम तकनीक से लैस माइक्रोचिप का इस्तेमाल अपनी सेना के नए हथियारों में कर रहा है। जिससे न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा को खतरा पैदा होगा। अमेरिका ने ऐसा चीन की अपने पड़ोसियों के प्रति गुस्ताखियों को देखते हुए किया है। जिससे चीन को हथियारों में अमेरिका के सामने बढ़त ना मिले।
अमेरिकी बिजनेस चैनल सीएनबीसी के मुताबिक, अमेरिकी सरकार के इस कदम से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस सेमीकंडक्टर और माइक्रोचिप बनाने वाली कंपनियों को झटका लगेगा क्योंकि इससे उनके उत्पादन पर बुरा असर पड़ेगा। वहीं दूसरी तरफ चीन अमेरिका के इस कानून के विरोध में अमेरिका की कंपनियों को चीन में व्यापार करने से रोक सकता है जोकि अमेरिकी उत्पादों का एक बहुत बड़ा बाजार है।