कोरोना: स्पेन में 24 घंटे में 838 लोगों की मौत, दुनिया में लंबे लॉकडाउन की आशंका

Sunday, Mar 29, 2020 - 11:39 PM (IST)

मैड्रिड: स्पेन के राष्ट्रीय अखबार ने रविवार को देश में कोरोना वायरस के कारण 24 घंटे में 838 लोगों की मौत होने की खबर दी है जो दुनिया को इस बात की चेतावनी है कि 31,000 से अधिक लोगों की जान ले चुके इस वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन की स्थिति लंबे समय तक चल सकती है। कोरोना वायरस की महामारी के नए केंद्र के रूप में उभरे यूरोप और अमेरिका में बीमार मरीजों की बहुतायत है। यह स्थिति अप्रत्याशित रूप से अर्थव्यवस्था को नुकसान की ओर ले जा रही है। 


अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने न्यूयॉर्क को बंद करने से इनकार कर दिया है जो उस भय और भ्रम को रेखांकित करता है जिसकी बानगी इस समय दुनिया के कई हिस्सों में वायरस को नियंत्रित करने में दिख रही है। स्पेन में लगातार तीसरे दिन 24 घंटे में होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। देश में लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराया गया है और अधिकारियों को उम्मीद है कि नए मामलों की वृद्धिदर में कमी का अभिप्राय है कि स्पेन संकट के चरम पर पहुंच गया है। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में जीवन के सभी पहलुओं पर विध्वंसक असर डाला है। 

लाखों नौकरियां चली गईं, चुनाव टल गए और खेल आयोजन रोक दिए गए हैं। इससे दुनिया भर में स्वास्थ्य क्षेत्र पर अत्यधिक बोझ बढ़ गया है, डॉक्टर एवं नर्स व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की कमी से जूझ रहे हैं और दुनिया के सबसे अमीर शहर मास्क और जीवनरक्षक प्रणाली की सीमित संख्या की वजह से संघर्ष कर रहे हैं। मास्क से लेकर थ्री-डी प्रिंटेट नकाब सहित नवोन्मेषी उपाय इस कमी के विकल्प के तौर पर उभरे हैं तथा मांग और आपूर्ति की खाई को पाटने के लिए फैक्टरियां काम कर रही हैं। 


हालांकि, इटली, स्पेन और न्यूयॉर्क जैसे शहर जहां संकट गंभीर है वहां पर इलाज कर रहे चिकित्सा कर्मियों के पास आपूर्ति होने तक रुकने का समय भी नहीं है। न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई अस्पताल समूह स्थित पुनर्वास केंद्र में काम करने वाली तीन बच्चों की मां डायना टोरेज कहती हैं,‘ यहां सभी डरे हुए हैं।' 

उल्लेखनीय है कि इसी अस्पताल में हाल में कोरोना वायरस से 48 वर्षीय एक नर्स की मौत हो गई थी। डायना ने कहा, ‘मेरे सिर पर और पैरों में पहनने के लिए कुछ नहीं है।' उन्होंने बताया कि एक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, एक एन-95 मास्क को हासिल करने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी जिसका उन्हें बार-बार इस्तेमाल करना होगा। विश्व की तकरीबन एक तिहाई आबादी बंद का सामना कर रही है। कुछ नेताओं ने चेतावनी दी है कि और बुरे दिन आने वाले हैं। वहीं सरकारों ने नियंत्रण के नये कदम और डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए पैकेज की घोषणा की है। 

ब्रिटेन, जहां पर मौतों का आंकड़ा एक हजार को पार कर चुका है और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन स्वयं पिछले हफ्ते संक्रमित पाए गए हैं, ने चेतावनी दी है कि क्षितिज पर अभी और काले दिन है। जॉनसन ने कहा,‘ हम जानते हैं कि हालात बेहतर होने से पहले बद्तर होंगे।' उन्होंने ब्रिटेन के सभी परिवारों को पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि कैसे संक्रमण को रोका जा सकता है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि बंदी केवल तीन हफ्ते तक रहेगी लेकिन प्रमुख विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति जून तक बनी रह सकती है। 

shukdev

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