इस्लामाबाद धमाके में तालिबान कनेक्शन बेनकाब, TTP से जुड़े चार आतंकवादी गिरफ्तार
punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 04:49 PM (IST)
Islamabad: पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद की एक अदालत के बाहर आत्मघाती हमले में शामिल होने के आरोप में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तानी सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राजधानी के जी-11 क्षेत्र में मंगलवार को इस्लामाबाद जिला न्यायिक परिसर के प्रवेश द्वार के पास एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट में कम से कम 12 लोग मारे गए थे और 36 अन्य घायल हो गए थे। सोशल मीडिया पर एक बयान में सरकार ने कहा कि खुफिया ब्यूरो प्रभाग और आतंकवाद निरोधक विभाग (CTD) द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया।
एक दिन पहले, गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा था कि इस्लामाबाद बम विस्फोट में शामिल आत्मघाती हमलावर एक अफगान नागरिक था। नकवी ने कहा कि अधिकारियों ने हमलावरों के साथ-साथ इस्लामाबाद बम विस्फोट में शामिल साजिशकर्ताओं की भी पहचान कर ली है। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने नकवी के हवाले से प्रकाशित खबर में बताया कि आत्मघाती हमलावर के आका, जिसकी पहचान साजिदुल्लाह उर्फ शीना के रूप में हुई है, ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि टीटीपी कमांडर सईदुर रहमान उर्फ दादुल्लाह ने इस्लामाबाद में आत्मघाती हमला करने के लिए ‘टेलीग्राम' ऐप के जरिये उससे संपर्क किया था, ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अधिकतम नुकसान पहुंचाया जा सके।
खबर में कहा गया है कि बाजौर जिले के चारमंग का रहने वाला दादुल्लाह वर्तमान में अफगानिस्तान में रह रहा है और बाजौर के नवगई में टीटीपी के खुफिया प्रमुख के रूप में काम कर रहा है। खबर के अनुसार, दादुल्लाह ने शीना को आत्मघाती हमलावर की तस्वीरें भेजीं, जिसकी पहचान उस्मान उर्फ कारी के रूप में हुई है। खबर में कहा गया है कि टीटीपी कमांडर के निर्देश पर शीना ने पेशावर के एक कब्रिस्तान से एक आत्मघाती जैकेट ली और उसे इस्लामाबाद ले आया। इसमें कहा गया है कि मंगलवार को शीना ने हमलावर उस्मान को “आत्मघाती जैकेट” पहना दी।
खबर के अनुसार, “इस नेटवर्क को अफगानिस्तान स्थित टीटीपी हाईकमान द्वारा हर कदम पर नियंत्रित और निर्देशित किया जा रहा था। घटना में शामिल पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया गया है।” इसमें कहा गया है, “जांच जारी है तथा इस मामले में और अधिक खुलासे व गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।” इस्लामाबाद पर यह हमला पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच तीसरे दौर की वार्ता के कुछ दिनों बाद हुआ, जिसमें अफगानिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद से निपटने के लिए कोई समझौता नहीं हो सका।
