पाकिस्तान की अदालत ने सईद के घर के बाहर विस्फोट मामले में 3 और को दोषी करार दिया
punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2022 - 06:21 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत (एटीसी) ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के यहां स्थित घर के बाहर पिछले साल हुए कार बम विस्फोट मामले में तीन और संदिग्धों को दोषी करार दिया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सईद के घर के बाहर हुए इस विस्फोट की घटना में तीन लोग मारे गये थे।
पंजाब पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग के अभियोजकों ने संदिग्ध- समीउल हक (साजिशकर्ता), अजीज अकबर और नवीद अख्तर (हमले को अंजाम देने वाले) को अदालत के समक्ष दोषी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा के बीच लाये गये संदिग्धों ने अदालत के समक्ष गुनाह कबूल नहीं किया। अधिकारी के मुताबिक, एटीसी लाहौर ने अभियोजन पक्ष को चार अक्टूबर को उसके समक्ष गवाहों को पेश करने का निर्देश दिया। एटीसी ने जनवरी में चार संदिग्धों को नौ मामलों में मौत की सजा सुनाई थी। इनमें ईद गुल (प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कार्यकर्ता), पीटर पॉल डेविड, सज्जाद शाह और जियाउल्ला शामिल थे।
अदालत ने यहां कोट लखपत जेल में बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान आयेशा बीबी नामक महिला को पांच साल कैद की सजा भी सुनाई थी। अभियोजन पक्ष ने इन पांच दोषियों के खिलाफ 56 गवाह प्रस्तुत किये थे। सईद के जौहर कस्बे स्थित घर के बाहर 23 जून, 2021 को हुए विस्फोट में तीन लोग मारे गये थे और 20 से अधिक घायल हो गये थे। हमले में कई घर, दुकानें और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गये थे। सीटीडी के अनुसार टीटीपी के ईद गुल ने विस्फोट में इस्तेमाल कार में विस्फोटक लगाये थे। कार पीटर पॉल डेविड की थी और तीन अन्य लोगों- सज्जाद शाह, जियाउल्लाह और आयेशा ने हमले को अंजाम दिया था।
सईद आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद कोट लखपत जेल में कैद की सजा काट रहा है। इस तरह की अपुष्ट खबरें हैं कि जब विस्फोट हुआ था, सईद घर में ही था। सईद (71) को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया है। अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है। उसे एटीसी ने आतंकवाद के वित्तपोषण के अनेक मामलों में 68 साल से ज्यादा कैद की सजा सुनाई है। जमात 2008 के मुंबई आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर का सहयोगी संगठन है। मुंबई हमलों में छह अमेरिकी समेत 166 लोग मारे गये थे।