ब्रेन ट्यूमर से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद इस फेमस सिंगर का हुआ निधन, संगीत जगत में छाया मातम
punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 04:12 PM (IST)
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इंटरनेशनल डेस्क: फ्रांसीसी रेगे गायक नामान का 7 फरवरी को 34 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ब्रेन ट्यूमर के कारण वह कई वर्षों से पीड़ित थे और उनका निधन उनके पूरे जीवन में संगीत और प्रेम के प्रति उनकी गहरी आस्था का प्रतीक बनकर आया। उनकी मृत्यु से संगीत जगत और उनके प्रशंसकों में गहरा शोक है। नामान ने 2019 में ब्रेन ट्यूमर का निदान होने के बाद भी हार नहीं माने। इस घातक बीमारी के बावजूद, उन्होंने संगीत को अपने जीवन का हिस्सा बनाए रखा और अपने अंतिम दिनों तक गीत लिखने का प्रयास किया। उनका यह साहस और धैर्य आज भी उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिन्होंने उनके अंतिम समय में उनका साथ दिया। उनकी मृत्यु के बाद उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट साझा की गई, जिसमें लिखा था कि "नामान ने आज सुबह 10:10 बजे अंतिम सांस ली। उनका गहरा विश्वास था कि हम सभी आत्माएं हैं, एक प्रेमपूर्ण चेतना जो शाश्वत है। वह हमेशा यह मानते थे कि जीवन कभी नहीं मरता।"
एक संगीत प्रेमी की अंतिम यात्रा
नामान का संगीत उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा था। उन्होंने अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत फ्रांस से की और बाइबिल के एक व्यक्ति के नाम पर 'नामान' नाम रखा। उनके संगीत की पहचान एक अनूठी शैली और संगीत के प्रति उनके प्यार से थी। उनकी प्रसिद्धि उनके हिट गानों "आउट्टा रोड" और "ओन योरसेल्फ" से हुई, जो आज भी सुनने वालों के दिलों में जीवित हैं। उनके संगीत की जो ताकत थी, वह सिर्फ उनकी आवाज़ में नहीं, बल्कि उनकी शब्दों में भी थी। वह हर गाने में एक अलग संदेश देने की कोशिश करते थे। दिसंबर में रिलीज़ हुआ उनका अंतिम गीत 'मोन अमौर' एक मार्मिक और भावुक गाना था, जो उनके अंतिम दिनों का प्रतीक बन गया।
नामान का योगदान और संगीत की विरासत
अपने संगीत करियर में नामान ने पांच एल्बम और 70 से अधिक गाने रिलीज़ किए। उनकी आवाज़ में कुछ ऐसा था, जो श्रोताओं को उनसे जोड़े रखता था। उनकी कंपनी, बिग स्कूप रिकॉर्ड्स, ने नामान को एक ऐसे कलाकार के रूप में बताया जिन्होंने जीवन का जश्न मनाया और अपनी कला से लोगों पर स्थायी प्रभाव छोड़ा। नामान के संगीत में उनकी आत्मा की गहराई और उनके जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण झलकता था। उनका हर गाना उनके व्यक्तित्व का हिस्सा था, और उनके प्रशंसक आज भी उन गानों से जुड़ी यादों में खोए हुए हैं। उनके संगीत में प्यार, विश्वास और प्रेरणा की झलक हमेशा बनी रहेगी।
एक अद्वितीय संगीतकार का योगदान
नामान का निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी धरोहर, उनके गाने, और उनके विचार हमेशा जीवित रहेंगे। उनका संगीत और जीवन की गहरी समझ ने उन्हें एक अद्वितीय कलाकार बना दिया। संगीत को जीवन का हिस्सा मानने वाले नामान का काम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उनके लेबल ने यह भी घोषणा की कि उनके पास कुछ विशेष रिकॉर्डिंग्स हैं जिन्हें जल्द ही जारी किया जाएगा। यह संगीत उनके शब्दों और कार्यों का अद्वितीय प्रतिबिंब होगा।