PICS: इस मंदिर में बाबा की विभूति लगाने से उतरता है सांप का जहर
punjabkesari.in Monday, Mar 16, 2015 - 05:38 PM (IST)

बद्दी (चौधरी): हिमाचल प्रदेश के बद्दी के तहत मानकपुर का प्रसिद्ध बाबा इच्छाधार मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। मान्यता है कि इस मंदिर में बाबा की विभूति लगाने से सांप का जहर उतर जाता है।
सूत्रों के अनुसार उपमंडल नालागढ़ तहत गांव मानकपुर में सन् 1985 में मकर संक्रांति व लोहड़ी के दिन यहां सैंकड़ों वर्ष प्राचीन बाबा की पवित्र गुफा से बाबा जी साक्षात प्रकट हुए थे और उस दौरान बाबा जी के भक्त स्वर्गीय लक्ष्मण दास जी व सैंकड़ों अन्य लोगों को बाबा जी के साक्षात् दर्शन हुए थे तथा उसी दिन बाबा ने अपने भक्त के मुखारविंद से अपना नाम बाबा इच्छाधारी बताया था।
बाबा ने साक्षात् दर्शन देते हुए झाड़ियों में स्थित अपनी पवित्र गुफा के पास बाबा का मन्दिर बनाने की आज्ञा दी थी। तब से लेकर यहां हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन मंदिर में बाबा इच्छाधारी का प्रकटोत्सव बड़ी धूूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन मंदिर में स्थित बाबा जी की शरीर रूपी गुफा को भव्य रूप से सजाया जाता है। मान्यता है कि बाबा इच्छाधारी अपने हर भक्त की इच्छाएं पूर्ण करते हैं।
यही नहीं इस मंदिर में सांप का जहर भी उतर जाता है। यही कारण है कि सांप के काटे लोग इलाज के लिए यहां लोग आते है और बाबा की विभूति से उनका जहर भी उतर जाता है। क्षेत्रवासियों में बाबा इच्छाधारी जी के प्रति भारी आस्था है। वैसे तो सप्ताह के हर शनिवार को मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना व चौंकी लगती है, लेकिन वार्षिक प्रकटोत्सव के दिन मंदिर में पूजा-अर्चना व दर्शन अपने आप में विशेष महत्त्व रखते हैं। बाबा जी के पुजारी व भक्त दाता राम जी ने बताया कि हर वर्ष 14 जनवरी सक्रांति के दिन बाबा जी का प्रकटोत्सव मनाया जाता है और मंदिर में पूजा-अर्चना व पवित्र झंडा चढ़ाने के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।