''तुम्बाड'' की रि-रिलीज से पहले, मेकर्स ने जारी किया रूह को कपाने वाला मोशन पोस्टर
punjabkesari.in Sunday, Sep 08, 2024 - 03:58 PM (IST)
नई दिल्ली। सोहम शाह ने अपनी 2018 की फिल्म 'तुम्बाड' के मच अवेटेड सीक्वल के लिए उत्साह काफी बढ़ा दिया है। जैसे-जैसे 'तुम्बाड' की री-रिलीज़ करीब आ रही है, मेकर्स ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक री-रिलीज़ ट्रेलर से भी पर्दा उठाया है।
हाल ही में,'तुम्बाड' के मेकर्स ने एक खौफनाक मोशन पोस्टर जारी किया है। जिसमें एक बूढ़ी औरत की डरावनी आकृति दिखाई गई है, जो अंधेरे, मुड़ी हुई शाखाओं में फंसी हुई है। बता दें कि यह एक तरह से कहानी के लालच वाले थीम की ओर इशारा करती है। मोशन पोस्टर की टैगलाइन है “दादी, खजाना कहां है?”, दरअसल इसमें बैकग्राउंड से डरावनी आवाज आ रही होती है जिसमें एक बच्चे की आवाज पूछ रही होती है कि, “दादी, खजाना कहां है?”
मोशन पोस्टर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “लड़की पेड़ बन गई! #Tumbbad के री-रिलीज का ट्रेलर हुआ रिलीज। 13 सितंबर 2024 से सिनेमाघरों में एक बार फिर तुम्बाड की दुनिया का अनुभव करें।
'तुम्बाड' के पीछे की टीम ने इसके री-रिलीज़ के साथ एक बड़ी चर्चा पैदा कर दी है, जिसने फिल्म मार्केटिंग में एक नया स्टैंडर्ड सेट किया है। यह सबसे चर्चित री-रिलीज़ फिल्म बन गई है। बता दें कि नए मोशन पोस्टर के साथ, टीम लगातार ताज़ा और रोमांचक कंटेंट शेयर कर रही है।ये दिलचस्प नए एसेट्स फिल्म में नई दिलचस्पी पैदा करते हैं और नए साथ ही पुराने दर्शकों के लिए उत्साह को बढ़ावा देते हैं।
"तुम्बाड" क्रिटिक्स के बीच एक बड़ी हिट बन गई। इसे 64वें फिल्मफेयर अवार्ड्स में आठ नॉमिनेशन मिले और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी, बेस्ट आर्ट डायरेक्टर और बेस्ट साउंड डिजाइन के लिए तीन अवार्ड जीते। यह 75वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के क्रिटिक्स वीक सेक्शन में प्रीमियर होने वाली पहली भारतीय फिल्म भी थी।
तुम्बाड का डायरेक्शन राही अनिल बर्वे ने किया है, जबकि आनंद गांधी इसके क्रिएटिव डायरेक्टर हैं और आदेश प्रसाद को-डायरेक्टर हैं। मितेश शाह, प्रसाद, बर्वे और गांधी द्वारा लिखित इस फिल्म को सोहम शाह, आनंद एल. राय, मुकेश शाह और अमिता शाह ने प्रोड्यूस किया है। सोहम शाह के साथ इस फिल्म में ज्योति मालशे और अनीता दाते-केलकर भी हैं। बता दें कि यह फिल्म 2024 में किसी भी ऑनलाइन स्ट्रीमिंग पर अवेलेबल नहीं है, ऐसे में सिनेमाघरों में "तुम्बाड" को देखने का यह मौका बेहद खास है।