Special Ops 2 Exclusive Interview: साइबर वॉर और डेटा की लड़ाई पर आधारित है स्पैशल ऑप्स 2
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 11:42 AM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। 2020 में रिलीज़ हुई हिट वेब सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’ ने दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई थी। अब इसका दूसरा सीजन ‘स्पेशल ऑप्स 2’ 11 जुलाई 2025 को जियो सिनेमा पर स्ट्रीम होने जा रहा है, जो साइबर वॉर और डेटा की लड़ाई जैसे मौजूदा दौर के अहम मुद्दों पर आधारित है। इस सीजन में के. के. मेनन, करण टैकर, ताहिर राज भसीन और शिवम नायर जैसे कलाकार अहम भूमिका निभा रहे हैं। सीरीज के बारे में स्टारकास्ट के के मेनन, शिवम नायर, ताहिर राज भसीन और करण टैकर ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
करण टैकर
सवाल- नीरज पांडे जैसे निर्देशक के साथ काम करना कैसा अनुभव रहा?
जवाब- ये एक पार्टी जैसी जरूर लगती है, लेकिन वो पार्टी इसलिए होती है क्योंकि पहले बहुत गंभीर काम किया जाता है। नीरज सर बहुत डिसिप्लिन्ड और मेहनती हैं, और उनकी एनर्जी पूरी टीम में ट्रांसफर हो जाती है। उनके साथ काम करना आसान हो जाता है क्योंकि वो स्क्रिप्ट से लेकर निर्देशन तक हर चीज में बहुत क्लियर होते हैं।
सवाल- एक्शन सीन करते समय कोई ऐसा चैलेंजिंग मोमेंट जो आज भी याद हो?
जवाब- हर प्रोजेक्ट कुछ न कुछ सिखा देता है। मुझे अहसास ही नहीं था कि मुझे एक्शन इतना पसंद है। मुझे ऊंचाई से डर लगता है। एक सीन में 16 मंज़िल की बिल्डिंग के किनारे खड़ा होना था, और डर के मारे मेरी आंखों में आंसू आ गए थे। लेकिन शिवम सर ने समझाया और मैंने डर को मात दी। दूसरे सीजन में हाई डैम पर सीन किया और खूब मजा आया।
के. के. मेनन
सवाल- नीरज पांडे की लेखनी को आप कैसे देखते हैं? क्या उनकी स्क्रिप्ट एक्टर्स के लिए आसान होती है?
जवाब- मैं नीरज को लंबे समय से जानता हूं। वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं और इंडस्ट्री के बेहतरीन राइटर्स में से एक हैं। जब आप उनकी स्क्रिप्ट पढ़ते हैं, तो उसमें कुछ बदलने की जरूरत ही महसूस नहीं होती। एक्टिंग करते वक्त आप निश्चिंत हो सकते हैं क्योंकि लिखा हुआ बहुत मजबूत होता है।
सवाल- क्या कभी ऐसा सेट अनुभव किया है जहां माहौल अच्छा न हो लेकिन स्क्रिप्ट दमदार हो?
जवाब- हां, ऐसे सेट्स कई बार आते हैं। लेकिन मेरे लिए प्रोफेशनलिज़्म सबसे जरूरी है। जब आप किसी प्रोजेक्ट के लिए कमिट होते हैं तो उसे पूरा करना ही होता है, भले ही कुछ लोग टैलेंटेड न हों। आपको अपना काम पूरी ईमानदारी से करना चाहिए।
शिवम नायर
सवाल- आप और नीरज पांडे का साथ काफी पुराना है, क्या आप उनकी राइटिंग स्टाइल के बारे में कुछ बताएंगे?
जवाब- जी हां, मैं और नीरज लगभग 15-20 साल से साथ काम कर रहे हैं। उनकी राइटिंग बेहद शानदार होती है। पहले वो हाथ से लिखा करते थे और उनकी स्पष्टता इतनी होती थी कि कभी लाइन काटने की जरूरत नहीं पड़ती थी। उनका पहला ड्राफ्ट ही इतना सटीक होता है कि उसमें बहुत बदलाव करने की जरूरत नहीं होती।
सवाल- 90s और 2000s के शूटिंग कल्चर में कुछ ऐसा है जो आप आज मिस करते हैं?
जवाब- मुझे नहीं लगता कि पुराने समय में सब कुछ अच्छा ही था। मैं उस दौर को महिमामंडित नहीं करता। तब भी कहानी मायने रखती थी, आज भी रखती है। बस नैरेटिव स्ट्रक्चर बदला है। ईमानदारी और सच्चाई आज भी उतनी ही जरूरी है जितनी पहले थी।
सवाल- क्या ‘स्पेशल ऑप्स 2’ पूरी तरह AI पर आधारित है?
जवाब- नहीं, यह शो AI पर नहीं बल्कि साइबर वॉर और डेटा की लड़ाई पर आधारित है। AI एक एलिमेंट के रूप में है, लेकिन पूरी कहानी उस पर केंद्रित नहीं है। मैं किसी को गुमराह नहीं करना चाहूंगा।
ताहिर भसीन
सवाल- जब आप एक हिट शो के सीजन 2 से जुड़ते हैं, तो सेट पर खुद को कैसे एडजस्ट करते हैं?
जवाब- मैं सीजन में नया हूं, इसलिए शुरुआत में ऐसा महसूस हुआ जैसे मैं एक नए स्कूल में नया बच्चा हूं। बाकी सभी हेडमास्टर को जानते थे, मैं नहीं। लेकिन कुछ दिनों में समझ आया कि नीरज सर कम बोलते हैं, लेकिन बहुत साफ बोलते हैं। इससे एक्टर को सुरक्षा महसूस होती है। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा।
सवाल- इस सीरीज से आपने क्या सीखा?
जवाब- जब आप एक हिट शो से जुड़ते हैं तो आपको बहुत जल्दी टीम के साथ सहज होना होता है। हमने बहुत ठंडे मौसम में भी शूटिंग की, बारिश में भी। ऐसे में खुद को मौसम और सीन के अनुसार ढालना जरूरी होता है। मैंने हर सीन में अपना 100% दिया है, लेकिन अभी तक नहीं पता कि मैं पास हुआ या नहीं।