न्यूज रुम ड्रामा को बेहतरीन तरीके से दिखाती है The Broken News 2, यहां पढ़ें पूरा रिव्यू
punjabkesari.in Friday, May 03, 2024 - 11:09 AM (IST)
वेब सीरीज- द ब्रोकन न्यूज 2 (The Broken News S2)
निर्देशक- विनय वैकुल (Vinay Waikul)
स्टारकास्ट- सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre), जयदीप अहलावत (Jaideep Ahlawat), श्रिया पिलगांवकर (Shriya Pilgaonkar)
OTT- ZEE5
एपिसोड्स- 8
रेटिंग- 3.5
The Broken News S2: दर्शकों का लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हो ही गया। आज यानी 3 मई को 'द ब्रोकन न्यूज' का दूसरा सीजन जी 5 पर स्ट्रीम हो गया है। पहले सीजन की तरह इस सीजन में भी इलेक्ट्रॉनिक न्यूजरूम की जंग सीधे-सीधे देखने को मिलती है। इसके साथ ही प्रतिद्वंदी समाचार चैनलों के नैरेटिव को भी खासतौर से इसमें दिखाया गया है। सिस्टम, सच-झूठ और नबंर्स का यह कोल्ड वार किस तरह काम करता है। मीडिया में पर्दे के पीछे की दुनिया दिखाती इस सीरीज में सोनाली बेंद्रे, जयदीप अहलावत और श्रिया पिलगांवकर अहम भूमिका में हैं। आइए जानते हैं सीरीज की कहानी..
कहानी
'ऑपरेशन अम्ब्रेला' की वजह से आवाज भारती की एडिटर इन चीफ राधा भार्गव (श्रेया पिलगांवकर) एक महीने से जेल में है। बाहर चैनल की प्रधान संपादक अमीना कुरैशी (सोनाली बेंद्रे) और जोश 24/7 समाचार के प्रधान संपादक दीपांकर सान्याल (जयदीप अहलावत) के बीच अपने-अपने सच को साबित करने की जंग भी जारी है। दोनों राधा भार्गव के पक्ष और विपक्ष में स्टोरीज कवर कर रहे हैं। सात दिनों में ऑपरेशन अब्रेला का बिल असेंबली में पेश होना है और अगर राधा हिरासत से बाहर आ गई तो सरकार मुसीबत में आ सकती है। ऐसे में दोनों टीवी चैनलों के न्यूज रूम में तनाव का माहौल है। आगे क्या होता है यह जानने के लिए आपको सीरीज देखनी होगी।
एक्टिंग
पहले सीजन की तरह इस सीजन में भी सोनाली बेंद्रे ने अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस दी है। अमीना कुरैशी के किरदार को उन्होंने जिया है। प्रधान संपादक के पद पर होने के नाते हर वक्त उनके चेहरे पर तनाव और जिम्मेदारी नजर आती है। उनके विपक्ष में खड़े दीपांकर सान्याल के रूप में जयदीप अहलावत भी दमदार लगते हैं। वहीं पूरे सीजन में राधा भार्गव यानी श्रेया पिलगांवकर चर्चा में रहती हैं। न्यूज रूम वार, सच-झूठ और सिस्टम की इस लड़ाई में सभी कलाकारों ने अपने-अपने रोल को बेहतरीन तरीके से निभाया है।
डायरेक्शन
पहले सीजन की तरह इस सीजन का निर्देशन भी विनय वैकुल ने किया है। न्यूज रूम वार, टीआरपी, सिस्टम से जुड़े अहम सवालों पर मीडिया हाउसेज में चलने वाली कोल्डवार को उन्होंने इसमें बेहतरीन तरीके से दिखाने की कोशिश की है।रिपोर्टर, मीडिया एथिक्स और असल दुनिया को उन्होंने बिना किसी लागलपेट के उजागर किया है। अगर आपकी मीडिया की भीतरी दुनिया को करीब से जानने में दिलचस्पी है, तो आपको यह सीरीज काफी पसंद आएगी।