''मैंने परिणीता सिर्फ विद्या बालन के लिए की,'' परिणीता की 20वीं वर्षगांठ पर बोलीं रेखा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 20, 2025 - 04:01 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दो दशकों में विद्या बालन ने भारतीय सिनेमा में नायिका होने के मायने ही बदल दिए हैं। परिणीता (2005) की नज़ाकत से लेकर द डर्टी पिक्चर की बेबाक ताक़त तक, कहानी का रोमांच, तुम्हारी सुलु की गर्माहट और शकुंतला देवी की प्रतिभा तक विद्या ने हर रूढ़ि को तोड़ा और साबित किया कि महिला-केंद्रित फ़िल्में भी समीक्षकों और बॉक्स ऑफिस दोनों स्तरों पर कामयाब हो सकती हैं।

पिछली शाम परिणीता के 20 साल पूरे होने पर फ़िल्म की पूरी टीम विदु विनोद चोपड़ा, रेखा, विद्या बालन, दिया मिर्ज़ा और स्वानंद किरकिरे एक साथ जुटी। इस शाम का सबसे ख़ास पल वह था जब रेखा ने याद किया कि उन्होंने यह फ़िल्म क्यों की थी।

रेखा ने कहा- “मैंने विदु विनोद चोपड़ा से पूछा कि लीड रोल कौन कर रहा है। उन्होंने कहा- ‘सैफ़, संजय और विद्या।’ मैंने पूछा- ‘ये विद्या कौन है?’ उन्होंने मुझे कुछ फुटेज भेजा। उसे देखते ही मैंने फ़र्ज़ाना जी को फ़ोन किया और कहा- ‘हम ये फ़िल्म कर रहे हैं।’ मैं उनसे नज़रें नहीं हटा पा रही थी। इतनी अलहदा ख़ूबसूरती, इतनी गहराई- मेरे लिए *परिणीता* सिर्फ और सिर्फ विद्या बालन है।”

उन्होंने आगे कहा- “मुझे तो यह भी नहीं पता था कि *परिणीता* पहले भी बन चुकी है। मेरे लिए परिणीता हमेशा और केवल विद्या बालन रहेगी।”

रेखा ने उस रिश्ते की बात भी की जो सिनेमा से आगे जाता है। उन्होंने कहा- “सबको कामयाबी मिली, वो सितारा बनीं, लेकिन मुझे एक बेटी मिली। ‘कैसी पहेली’ गाने की शूटिंग के दौरान वो चुपचाप बैठी मेरी हर हरकत देख रही थीं। गाना ख़त्म होने के बाद वो मेरे वैनिटी वैन में आईं, मेरा हाथ थामा, चूमा और बोलीं- ‘मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा।’ आज मैं कहना चाहती हूं- मैंने भी उन्हें देखकर उतना ही सीखा।”

इस जून विद्या बालन के फ़िल्मी सफ़र के 20 साल पूरे हो गए दो दशक बेख़ौफ़ अदाकारी और बेमिसाल शालीनता के। रेखा के शब्द महज़ तारीफ़ नहीं, बल्कि विद्या की चिरस्थायी जादू का प्रमाण हैं एक ऐसी अदाकारा जो दंतकथा बन चुकी है, और फिर भी आज भी वही विनम्र सीखने वाली बनी हुई है, जैसी वह पहले दिन थीं।

 

 

 

 


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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