आर.के. लक्ष्मण ने कई लोगों के जीवन को छुआ, जिसमें मैं भी शामिल हूँ आयुष्मान खुराना ने दी श्रद्धांजलि
punjabkesari.in Thursday, Oct 24, 2024 - 05:13 PM (IST)
नई दिल्ली। महान चित्रकार और कार्टूनिस्ट आर.के. लक्ष्मण की 103वीं जयंती पर बॉलीवुड सुपरस्टार आयुष्मान खुराना ने इंस्टाग्राम पर उनकी गहरी प्रशंसा व्यक्त की। आर.के. लक्ष्मण के कार्यों ने देशभर में कई लोगों के मन पर गहरी छाप छोड़ी, जिनमें खुराना भी शामिल हैं। आर.के. लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देते हुए आयुष्मान ने लिखा, "हमारे समय के एक सच्चे आइकन को सलाम – आर.के. लक्ष्मण सर! किसी ने भी आम आदमी का जश्न आप जैसा नहीं मनाया। लाखों भारतीयों को आवाज़ देने के लिए धन्यवाद... आपने मुझे भी प्रेरित किया है।
आर.के. लक्ष्मण ने हमेशा अपने काम के माध्यम से उन लोगों को आवाज़ देने का प्रयास किया, जिनकी आवाज़ अक्सर नहीं सुनी जाती। उनके द्वारा चित्रित 'कॉमन मैन' की कहानियों में तीखा हास्य और गहन संवेदनशीलता थी, जो हर आयु वर्ग के दर्शकों से गहरा जुड़ाव बनाती थी। महान कार्टूनिस्ट के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए आयुष्मान खुराना ने कहा, "आर.के. लक्ष्मण सर एक सच्चे भारतीय आइकन हैं जिन्होंने अपने अद्वितीय कार्यों से आम आदमी का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने आम आदमी को समय, जीवन और राजनीति का साक्षी बनाया और मैं भी उनकी रचनाओं का बड़ा प्रशंसक हूँ। उनके कार्टूनों ने देश के लाखों लोगों की भावनाओं को सटीक तरीके से दर्शाया।
1950 के दशक से लेकर लगभग आधी सदी तक, श्री लक्ष्मण की रचनाएँ कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं, जिनमें आयुष्मान भी शामिल हैं। आयुष्मान की फिल्मों में निभाए गए किरदारों में भी लक्ष्मण की झलक देखने को मिलती है, जो आम आदमी की कहानी बयां करते हैं। आर.के. लक्ष्मण के प्रभाव पर बात करते हुए आयुष्मान ने कहा, "उनके काम का मुझ पर भी प्रभाव पड़ा, क्योंकि स्कूल और कॉलेज के समय से ही मैं आम लोगों के मुद्दों पर आधारित नुक्कड़ नाटक करने में रुचि लेने लगा। मैंने उनकी कुछ रचनाएँ पढ़ी हैं और उनके चित्रों के अर्थ और व्याख्या से हमेशा प्रभावित रहा हूँ। उन्होंने कई लोगों के जीवन को छुआ है, जिनमें मैं भी शामिल हूँ। मेरी फिल्मों के चयन में भी, मैंने हमेशा भारत के लोगों और उनकी भावनाओं का प्रतिनिधित्व करने की कोशिश की है। मुझे गर्व है कि मैं उस युग में रहा हूँ, जहाँ मैं उनके अद्वितीय दिमाग की रचनाओं को देख सका।"