डायरेक्टर कृष्णा भट्ट और एक्ट्रेस अविका गौर ने की ''1920 हॉरर ऑफ द हार्ट'' को लेकर खास बातचीत

punjabkesari.in Wednesday, Jun 28, 2023 - 12:58 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड की सबसे हॉरर फिल्मों में से एक 1920 फ्रेंचाइजी की पांचवी फिल्म '1920: हॉरर ऑफ द हार्ट' 23 जून 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म से विक्रम भट्ट की बेटी कृष्णा भट्ट ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया है। तो वहीं, बालिका वधू और ससुराल सिमर जैसे सीरियल से मशहूर हुईं एक्ट्रेस अविका गौर ने भी इस फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा है। फिल्म ने शुक्रवार को थिएटर्स में दस्तक दी है, जो काफी पसंद की जा रही हैं। फिल्म में अविका के साथ राहुल देव लीड रोल में हैं। डायरेक्टर कृष्णा भट्ट और लीड एक्ट्रेस अविका गौर ने फिल्म को लेकर पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबानी/हिंद समाचार से खास बातचीत की-

शूटिंग आपके लिए कितनी आसान रही? 

सच कहूं तो, फिल्म की शूटिंग काफी आसान थी। जैसे अविका ने बोला कि हम लोग हंसते-हंसते फिल्म का शेड्यूल हम लोगों ने पूरा कर दिया। अविका ग्लिसरीन लेती थी तो हम लोग हंसते थे। कभी-कभी तो माहौल बहुत ही मजाकिया हो जाता था कि अविका को बहुत बार ग्लिसरीन लेना पड़ता था। उसके आंसू ही सूख रहे थे (हंसते हुए)। मेरे ख्याल से अविका के साथ, बरखा है, राहुल सर हैं, दानिश और केतकी ये जो मुख्य किरदार है फिल्म में इन लोगों ने सबने फिल्म में इमोशन ऐड किया है। सबने बहुत दिल से काम किया है। सबने अपना 100 प्रतिशत दे कर एक्टिंग की है। मुझे सबके साथ काम करके बहुत अच्छा लगा।   -   

आप के लिए सबसे ज्यादा चैलेंजिंग और यादगार सीन कौन सा रहा? 

सबसे यादगार सीन है, जिसमें बहनों का बॉन्ड दिखाया गया है। ये बहुत इमोशनल सीन है। ये सीन उतना ही चैलेंजिंग भी रहा, क्योंकि फिल्म में जो मेरा किरदार है उसे ऐसा इमोशनल दिखाना आसान नहीं था। मुझे पहली बार वैसा इमोशन महसूस हुआ था। तो मेरे लिए वो सीन यादगार भी रहा और चैलेंजिंग भी।  

बतौर डायरेक्टर डेब्यू करने के लिए आपने हॉरर मूवी को ही क्यों चुना?  

दरअसल, कोविड के बाद से फिल्म को लेकर मार्केट कैसा है हम सब जानते हैं। 1920 एक स्ट्रॉन्ग फ्रैंचाइजी है और ये सिर्फ एक हॉरर फिल्म नहीं है, इमोशन्स भी है। एक बेटी और बहन की कहानी है। एक लड़की की जर्नी है, जो एक गलती करती है और उसे ठीक करने की हिम्मत करती है। मेरे लिए ये हॉरर से कही ज्यादा इमोशनल फिल्म है।  

1920 फिल्म का हॉरर ऑफ द हार्ट कैसे फाइनल किया गया? 

फिल्म की जो कहानी है। जैसे मैंने कहा कि ये एक लड़की की कहानी है, जो अपने अंदर के भूत से झगड़ रही है। वो अपना बदला लेने जाती है और उस जर्नी में उसे पता चलता है कि उसका बदला ही उसकी सबसे बड़ी गलती है। कैसे वो अपने कर्मों को ठीक करने की ठानती है। भूत और डरावने सीन से हट कर देखें तो वह अपने अंदर के भूत को हराती है। ये नाम डैड (विक्रम भट्ट) की तरफ से ही आया। जब हम ये सोच रहे थे कि 1920 का नाम क्या होना चाहिए। तब उन्होंने सीधा इसका नाम हॉरर ऑफ द हार्ट दे दिया।

आपके लिए कौन सा सीन सबसे ज्यादा चैलेंजिंग रहा? 

मैं चैलेंजिंग तो नहीं कहूंगी, लेकिन सबसे यादगार की बात करूं तो अब जब हम एडिट करके फिल्म देख रहे हैं तो, प्री-क्लाइमैक्स में एक सीन है। अविका एक वॉटर फॉल पर जाती है। वहां उसका एक इमोशनल मोनोलॉग है, वो बोलती है कि आपने मुझसे झूठ क्यों कहा। मतलब मैं अभी उसे उजागर नहीं कर सकती। लेकिन अविका ने जैसे उसे बोला है, जैसे वो उस समय रोई और चिल्लाई है। वो मुझे हमेशा भावुक कर देता है। आप जब फिल्म में सीन को देखेंगे तो समझ सकेंगे कि मैं ऐसा क्यों कह रही हूं।   

अविका गौर

आपने इस फिल्म के लिए खुद को कैसे तैयार किया? 

सबसे पहले तो मैंने मानसिक रूप से खुद को तैयार किया, क्योंकि जिंदगी में कुछ बड़ा होने वाला है। खुद को ये भी बताना पड़ा कि ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि साउथ में मैं जो भी किरदार चुनती हूं वह बहुत अलग होते हैं। मैं बहुत सोच समझ कर किरदार चुुनती हूं। इस फिल्म को लेकर मुझे खुद पर विश्वास था,क्योंकि फिल्म की कहानी ही मेरे इर्द गिर्द थी। फिर जब महेश जी, विक्रम जी के नाम जुड़े हो फिल्म से तो फिर तो कोई डाऊट ही नहीं था। मुझे ये करना था, क्योंकि इसका एक्सपीरियंस कुछ अलग होने वाला था जो मैंने इससे पहले कभी नहीं किया था। इसके लिए मैंने खुद ही चैलेंज किया था, मुझे साबित करना था कि मुझे एक्टिंग आती भी है या नहीं। ये काफी चैलेंजिंग था लेकिन बहुत मजा आया।   

सेट पर किस तरह का माहौल था और हॉरर सेट देख कर आपका एक्सप्रेशन कैसा था?

सैट पर हम बहुत मस्ती करते थे। कभी ऐसा नहीं हुआ कि सीरियस सीन चल रहा है तो सैट का माहौल भी सीरियस हो। हंसते-हंसते हमने ये फिल्म शूट की है। हमना इतने अच्छे एक्टर है कि हमारी डायरेक्टर के लिए बहुत आसान हो गया था (मजाकिया अंदाज में)।  

क्या आपने इससे पहले 1920 की कोई फिल्म देखी थी या ऐसे ही फिल्म के लिए हामी भरी थी? 

मैं काफी समय से हॉरर फिल्म देखती आ रही हूं। वैसे बचपन में मुझे देखने नहीं दिया जाता था, क्योंकि मैं बहुत डरती थी। लेकिन जब मैंने देखना शुरू किया तो मैं डर-डर कर देखती थी, लेकिन देखती जरूर थी। मुझे हॉरर देखना अच्छा लगता है। बतौर एक्टर मैंने सोचा हुआ था कि लाइफ में एक बार हॉरर फिल्म तो करनी है।1920 जैसी फिल्मों ने बॉलीवुड में हॉरर फिल्म में एक बेंचमार्क सेट कर रखा है। तो जब मेरे पास ये फिल्म आई और मुझे पता चला कि ये फिल्म है, ये नाम होगा फिल्म का तो मैं इसके लिए बहुत उत्साहित थी और बस मैंने ये कर दिया।


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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