Review: आतंक के खिलाफ जंग की सच्ची कहानी है फिल्म ''ग्राउंड जीरो'', इमरान हाशमी का दमदार अभिनय

punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 02:39 PM (IST)

फिल्म- ग्राउंड जीरो (Ground zero) 
कलाकार- इमरान हाशमीImran Hashmi, सई ताम्हणकरSai Tamhankar, मुकेश तिवारीMukesh Tiwari, जोया हुसैनJoya Hussain
निर्देशक- तेजस प्रभा विजय देऊस्कर (Tejas Prabha Vijay Deoskar)
रेटिंग- 3*

Ground zeroहिंदी सिनेमा में कश्मीर और आतंकवाद पर आधारित कई फिल्में बन चुकी हैं जिसमें कुछ असल घटनाओं पर आधारित हैं तो कुछ काल्पनिक हैं लेकिन सभी फिल्में बात आतंकवाद और इससे निपटने के कई पहलुओ पर ही करती हैं हाल ही में पहलगाम में जो हुआ उसे लेकर पूरे देश में आक्रोश है हर कोई आतंकियों को मार गिराने और आतंकवाद पर करारा प्रहार करने की बात कर रहा है। इसी बीच एक फिल्म आई है ग्राउंड जीरो। जो खूंखार आतंकी को मारने की कहानी है जिसमें इमरान हाशमी अहम भूमिका में हैं। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म ग्राउंड जीरो।

कहानी
फिल्म की कहानी बीएसएफ के अधिकारी नरेंद्र नाथ धर दुबे (इमरान हाशमी) के जीवन पर आधारित है। जो 2001 के श्रीनगर में हो रहे सिलसिलेवार आतंकी हमलों से जूझ रहा है। इन हमलों के पीछे होता है जैश-ए-मोहम्मद का खूंखार आतंकी राणा ताहिर नदीम उर्फ गाजी बाबा। अब तक 70 जवान मारे जा चुके हैं और नरेंद्र इन्हें रोकने की ठान लेते है। फिल्म की शुरुआत होती है आतंकियों के ब्रेनवॉश से, जहां कश्मीरी युवाओं अहमद और हुसैन को पहले पत्थरबाजी और फिर बंदूक उठाने के लिए उकसाया जाता है। ये आतंकी अपने मिशन के लिए कोड लैंग्वेज का इस्तेमाल करते हैं। नरेंद्र को साथ मिलता है अपनी मजबूत पत्नी (सई ताम्हणकर) और जांबाज टीम का, जो आतंकियों का सामना करते हैं। वह लोकल इनफॉर्मर हुसैन की मदद से आतंकियों तक पहुंचने की कोशिश करता है। लेकिन हर बार गाजी बाबा कोई न कोई चाल चलकर उसे मात दे देता है। अब और क्या क्या होगा ये जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।

निर्देशन
फिल्म के निर्देशन की बात करें तो तेजस प्रभा विजय देऊस्कर ने 'ग्राउंड जीरो' में एक सशक्त और यथार्थवादी कहानी प्रस्तुत की है। फिल्म की शुरुआत से ही दर्शक आतंकवाद और सुरक्षा बलों के संघर्ष की वास्तविकता से जुड़ जाते हैं। हालांकि, इंटरवल के बाद फिल्म की गति थोड़ी धीमी हो जाती है, लेकिन क्लाइमेक्स में यह फिर से दर्शकों को बांधने में सफल होती है। फिल्म का स्क्रीनप्ले थोड़ा कमजोर है।

अभिनय
इमरान हाशमी ने नरेंद्र नाथ धर दुबे के किरदार में गहरी भावनाओं और संघर्ष को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया है। सई ताम्हणकर ने उनकी पत्नी के रूप में सशक्त अभिनय किया है, जबकि जोया हुसैन ने इंटेलिजेंस अधिकारी आदिला के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। मीर मेहरूज ने हुसैन के किरदार में भावनात्मक गहराई प्रदान की है।

क्यों देखें फिल्म
'ग्राउंड जीरो' एक ऐसी फिल्म है जो न केवल सुरक्षा बलों की वीरता को दर्शाती है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में मानवीय पहलुओं को भी उजागर करती है। इमरान हाशमी का अभिनय, तेजस प्रभा विजय देऊस्कर का निर्देशन और फिल्म की सशक्त कहानी इसे एक अनिवार्य देखने योग्य बनाती है।


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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