दीपिका पादुकोण स्टारर ''यह जवानी है दीवानी'' की ''नैना'' को पूरे हुए 12 साल, ये 4 डायलॉग आज भी हैं यादगार
punjabkesari.in Saturday, May 31, 2025 - 02:42 PM (IST)

मुंबई। 'ये जवानी है दीवानी' को रिलीज़ हुए 12 साल हो गए हैं, लेकिन इसका जादू आज भी वैसा ही बरकरार है। दोस्ती, प्यार, खुद को समझने और अपने सपनों के पीछे भागने की ये कहानी हमें कई यादगार पल और उतने ही यादगार डायलॉग्स भी दे गई है। दीपिका पादुकोण का नैना वाला किरदार एकदम दिल छू लेने वाला था, सीधी-सादी, समझदार और अंदर से गहरी सोच वाली लड़की। 'ये जवानी है दीवानी' के 12 साल पूरे होने पर पेश है, नैना के वो 4 डायलॉग जो आज भी दिल को छू जाते हैं:
1. "यादें मिठाई के डिब्बे की तरह होती है … एक बार खुला तो सिर्फ एक टुकड़ा नहीं खा पाओगे।"
ये लाइन बड़ी खूबसूरती से यादों की कसक और उनकी मिठास को बयां करती है। नैना की ये बात दिल छू जाती है – एक बार जब हम बीती बातों में खो जाते हैं, तो फिर रुकना मुश्किल हो जाता है, और सारे जज़्बात वापस उमड़ पड़ते हैं।
2. "कभी-कभी कुछ बातें हमारे यादों के कमरे की इतनी खिड़कियां खोल देती है कि हम दंग रह जाते हैं।"
एक शायराना अंदाज़ में बीते वक्त के अचानक लौट आने की बात कहती है ये लाइन। दीपिका की नर्म लेकिन दिल को छू जाने वाली अदायगी इसे और भी असरदार बना देती है।
3. "जितना भी ट्राय करो, लाइफ में कुछ न कुछ तो छूटेगा ही। तो जहां हैं, वहीं का मजा लेते हैं।"
ज़िंदगी का सबसे सच्चा सबक, बड़ी ही सीधी-सादी लाइन में कह दिया गया है। नैना हमें सिखाती है कि हर पल को जीना चाहिए, परफेक्शन के पीछे भागते नहीं रहना चाहिए।
4. "कुछ वक्त दो सब ठीक हो जाएगा।"
ये लाइन जैसे मुश्किल दिनों में किसी ने गले लगा लिया हो — शांत, सुकून देने वाली। नैना की यही खामोश समझदारी है जो आज भी दिल को राहत देती है।
बारह साल बाद भी ये डायलॉग्स उतने ही असरदार हैं, जैसे खुद नैना आज भी पहली सी है।