ये हैं वो 5 फ़िल्में और शो जो पारिवारिक मूल्यों को करते हैं जागृत, आपको कर देंगे भावुक

punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 01:04 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  भारत में पारिवारिक मूल्यों और संस्कृति को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक शाश्वत स्रोत है। भारतीय संस्कृति में प्यार, समर्थन और समझ की नींव मनोरंजन माध्यमों में कहानीकारों के लिए प्रेरणा रही है। पारिवारिक रिश्तों की गहराइयों को उजागर करने वाली फिल्मों और शो में शक्तिशाली भावनाओं को जगाने की अनोखी क्षमता होती है, जिससे हमारी आंखें नम हो जाती हैं और हमें प्रियजनों के साथ अपने संबंधों पर विचार करने में मदद मिलती है। त्याग और लचीलेपन की हृदयस्पर्शी कहानियों से लेकर प्रेम और क्षमा की मार्मिक खोज तक, ये सिनेमाई रत्न हमें पारिवारिक मूल्यों की स्थायी शक्ति की याद दिलाते हैं।


यहां 5 ऐसी फिल्में और शो हैं जो आपकी आत्मा को छूकर, पारिवारिक संबंधों की सुंदरता को दर्शाते हैं- 

1. किसी का भाई किसी की जान [ZEE5]
सलमान खान कि फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' एक ईमानदार आदमी की कहानी है जो अपने परिवार और प्रियजनों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। यह 4 भाइयों के इर्द-गिर्द घूमती है, भाईजान (सलमान खान) सबसे बड़े भाई हैं, जिन्होंने कुंवारा जीवन जीने का संकल्प लिया है ताकि वह अपने तीन छोटे भाइयों (राघव जुयाल, जस्सी गिल और सिद्धार्थ निगम) की देखभाल कर सकें। इस बीच उनके भाई, जो पहले से ही अपने जीवन साथी ढूंढ चुके हैं, भाईजान के लिए एक आदर्श साथी ढूंढने के लिए एक साथ आते हैं। कहानी एक अप्रत्याशित मोड़ लेती है जब एक खूबसूरत लड़की (पूजा हेगड़े द्वारा अभिनीत) उसके जीवन में आती है। किसी का भाई किसी की फूल एंटरमेंट फिल्म है जिसे आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं। 

2. तू झूठी मैं मक्कार [नेटफ्लिक्स]
यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। जो दो कुंवारे लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दिल्ली के अमीर परिवारों से हैं, रोहन अरोड़ा (रणबीर कपूर), जो पहली बार में ही निशा मल्होत्रा ​​(श्रद्धा कपूर) पर को पसंद करने लगते हैं। कुछ ही समय में दोनों के बीच प्यार हो जाता है। अब दोनों की शादी की बात आती है। जहां रोहन अपने परिवार से बेहद करीब हैं और उनके बिना नहीं रह सकते। वहीं, निशा एक आत्मनिर्भर लड़की है जिसे अपना स्पेस चाहिए होता है। इसके बाद से शुरु होता दोनों का असली संघर्ष। फिल्म में प्यार और परिवार के बीच के इमोशन को अच्छे से दिखाया गया है। जिसे आप अपने परिवार के साथ बैठ कर फील कर सकते हैं। 

3. गुल्लक [सोनी लिव]
यह सीरीज जीवन पर आधारित एक ड्रामा है जो उत्तर भारत के छोटे शहर में रहने वाले मिश्रा परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। सीरीज का प्रत्येक एपिसोड अन्नू मिश्रा (जमील खान) द्वारा सुनाई गई एक स्व-निहित कहानी प्रस्तुत करता है, जो मिश्रा परिवार के विनोदी और भरोसेमंद क्षणों की याद दिलाता है। यह सीरीज मिश्रा परिवार के रोजमर्रा के संघर्षों, विचित्रताओं को खूबसूरती से दर्शाती है, जो उनके मध्यवर्गीय जीवन और उनके सामने आने वाली चुनौतियों की एक झलक पेश करती है। कहानियाँ उनकी वित्तीय बाधाओं, छोटी-मोटी बहसों, आकांक्षाओं और छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी खोजने के उनके प्रयासों के इर्द-गिर्द घूमती हैं। कुल 3 सीज़न से मिलकर, यह एक आनंददायक और पुरानी यादों को ताज़ा करने वाली सीरीज है जो हमें घर की चार दीवारों के भीतर शेयर की जाने वाली हँसी, आँसू और बिना शर्त प्यार की याद दिलाती है।

4. द फैमिली मैन [अमेज़ॅन प्राइम वीडियो]
द फैमिली वेब सीरीज श्रीकांत तिवारी (मनोज बाजपेयी) के जीवन का अनुसरण करती है, जो एक मिडिल क्लास आदमी है। वह एक fictional Threat Analysis and Surveillance Cell (TASC) में वरिष्ठ विश्लेषक के रूप में काम करता है। वह भारत में राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) का एक हिस्सा है।  श्रीकांत अपनी निजी जिंदगी के साथ अपनी कठिन नौकरी को संतुलित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। वह पत्नी और अपने दोनों बच्चों के साथ रहता है। हालाँकि, ख़ुफ़िया एजेंसी में उनकी गुप्त भूमिका उनके जीवन को सामान्य से बहुत दूर बनाती है। सीरीज के 2 सीज़न हैं, जो उसके चरित्र की जटिलताओं को उजागर करते हैं, एक जिम्मेदार पति, पिता और देशभक्त बनने की कोशिश करते समय उसके सामने आने वाली चुनौतियों की खोज करते हैं।

5. ब्रीथ: इनटू द शैडोज़ [अमेज़ॅन प्राइम वीडियो]
ये एक मनोवैज्ञानिक अपराध थ्रिलर एक दयालु पिता, डॉ अविनाश सभरवाल (अभिषेक बच्चन) की कहानी है, जिसका जीवन तब विनाशकारी मोड़ लेता है जब उसकी बेटी सिया का एक अज्ञात हमलावर द्वारा अपहरण कर लिया जाता है। अपनी बेटी को खोजने की हताशा से प्रेरित होकर, अविनाश "द मास्क्ड मैन" नामक एक रहस्यमय और भयावह व्यक्ति द्वारा आयोजित एक खतरनाक खेल में फंस जाता है। जैसे ही अविनाश इस खतरनाक यात्रा पर निकलता है, उसके साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कबीर सावंत (अमित साध) भी जुड़ जाते हैं, जो अभी भी अपने भयावह अतीत से जूझ रहा है। पूरी सीरीज में, यह मानव मनोविज्ञान, जुनून और एक माता-पिता अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए किस हद तक जा सकते हैं, इसकी गहराई का पता लगाता है।


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