इस स्कूल के बच्चों का भविष्य दांव पर
punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2017 - 04:22 PM (IST)

नई दिल्ली : प्रदेश सरकार विद्यार्थियों को घर-द्वार पर बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने के दावे तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत में अनेक स्कूल ऐसे हैं जो सरकार ने वोट बटोरने के लिए खोल तो दिए हैं लेकिन वहां शिक्षकों तैनाती नहीं की गई, जिसके चलते होनहारों का भविष्य दांव पर लग गया है। ऐसा ही किस्सा शिक्षा खंड द्रंग-1 की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुम्मा के तहत आने वाली राजकीय माध्यमिक पाठशाला पटियूर का है, जहां बीते 3 वर्षों से एक ही अध्यापक 3 कक्षाओं को पढ़ाने को मजबूर है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक शिक्षक 3 कक्षाओं को किस ढंग से शिक्षा मुहैया करवा रहा होगा। स्कूल प्रबंधन समिति ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि आगामी सत्र से पूर्व स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति की जाए ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा मुहैया हो सके। स्कूल प्रबंधन कमेटी की बैठक सोमवार को हुई, जिसमें सभी सदस्यों ने बीते 3 वर्षों से शिक्षकों की तैनाती न होने पर चिंता व्यक्त की और सी.एम. वीरभद्र सिंह से आग्रह किया है कि क्षेत्र के होनहारों के भविष्य को देखते हुए आगामी सत्र से पूर्व तमाम शिक्षकों की तैनाती की जाए। बधाई हो इस मौके पर श्याम सिंह, राम लाल, राम सिंह, पवन सिंह, बुद्धि सिंह, मधु देवी, सरला देवी, ममता देवी, कमला देवी, रमेश चंद, श्याम लाल, रमेश कुमार, मस्त राम, बीरवल, संतोष कुमार व प्रेम सिंह सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे।