आश्रम पद्धति के स्कूल में बाल संरक्षण आयोग की सदस्य को दिखी कई खामियां

punjabkesari.in Wednesday, Feb 27, 2019 - 10:39 AM (IST)

झांसी :  उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में मंगलवार को आंगनवाड़ी, प्राईमरी और हाईस्कूलों का निरीक्षण करने आयीं राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य नीता साहू ने गुरूकुल पद्धति से चलने वाले स्कूलों में तमाम कमियों को देखा और अधीनस्थों को इसमें सुधार करने के निर्देश दिए।  दिन भर स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद बाल संरक्षण आयोग की सदस्य ने जिलाधिकारी कार्यालय के सभागार में पत्रकारों को बताया कि उन्होंने आंगनबाड़ी,प्राईमरी व जूनियर हाईस्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कोई खास खामी दिखाई नहीं दी। वहीं दिगारा में संचालित आश्रम पद्धति के स्कूल में उन्हें निरीक्षण के दौरान तमाम खांमियां नजर आई। उन्होंने बताया कि उक्त आश्रम पद्धति वाले स्कूल में 4 वर्ष से 12 वर्ष तक के बच्चां का आवासीय आबंटन ठीक नहीं था। चार वर्ष वालों के साथ 12 वर्ष वालों को भी रहने की व्यवस्था की गई थी जोकि ठीक नहीं थी। उन्होंने इसे सुधारने का निर्देश दिया।   

उन्होंने बताया कि उन बच्चों के स्वास्थ और सफाई का भी वहां अभाव दिखाई दिया। उन्होंने वहां स्वच्छता और नियमित स्वास्थ परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बरुआसागर स्थित कस्तूरबा स्कूल का भी उन्होंने निरीक्षण किया, वहां उन्हें सब कुछ ठीक मिला सिवाय सुरक्षा के। इसके लिए उन्होंने बीएसए को निर्देश भी दिया है। उन्होंने बताया कि कक्षा 8 से 12 तक की छात्राओं के लिए जनपद में पांच स्थानों पर हॉस्टल बनकर तैयार हो चुके हैं। जल्द ही उनमें छात्राओं को प्रवेश मिलना शुरु हो जाएगा। ये हॉस्टल मऊरानीपुर, रानीपुर, गुरसरांय, बबीना व बरुआसागर में बनाए गए हैं। इससे छात्राओं की शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।


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pooja

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