इन कारणों से जल्दी घोषित हुआ बिहार बोर्ड 12वीं का रिजल्ट
punjabkesari.in Monday, Apr 01, 2019 - 02:25 PM (IST)

नई दिल्ली : बिहार बोर्ड की ओर से ली गई 12वीं क्लास की परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। बिहार बोर्ड ने इस बार परीक्षा खत्म होने के महज 44 दिनों के भीतर ही नतीजे घोषित कर दिए है। इसके साथ ही बिहार बोर्ड नतीजे घोषित करने में सीबीएसई बोर्ड और बाकी राज्य बोर्ड से काफी आगे निकल गया है। बोर्ड की ओर से इस बार 28 दिनों में कापियों के मूल्यांकन का काम पूरा कर लिया गया था।इस बार ना सिर्फ जल्दी घोषित किया गया, बल्कि रिजल्ट भी काफी अच्छा रहा । बोर्ड की ओर से जारी किए गए नतीजों में 79.76 फीसदी उम्मीदवार सफल हुए हैं, जबकि पिछली साल 17 फीसदी कम करीब 53 फीसदी उम्मीदवार पास हुए थे। ये पहली बार है कि बोर्ड परीक्षा के नतीजे मार्च में ही जारी कर दिए गए है। आइए जानते है इतनी जल्दी रिजल्ट आने के क्या कारण रहे
तकनीक का हुआ इस्तेमाल
बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने बताया कि इस बार कॉपियों की जांच में तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल किया गया।इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया था और जिस दिन कॉपियों की जांच हो रही थी, उसी दिन उनकी एंट्री सॉफ्टवेयर पर कर दी गई।हालांकि इससे पहले पहले कॉपी की जांच होती थी और फिर उसके नंबर एक शीट में लिखे जाते थे और उन्हें दूसरे एक कागज में अपडेट करना होता और उसके बाद उन्हें बोर्ड में भेजा जाता था। बोर्ड में नंबर की जानकारी आने के बाद उनकी जांच कर उन्हें आखिरकार सॉफ्टवेयर पर अपडेट किया जाता था, जिससे प्रोसेस में लंबा टाइम लगता था और रिजल्ट घोषित होने में देरी होती थी। हालांकि इस बार इसे सीधे अपडेट किया जाता है। इसके लिए हर मूल्यांकन केंद्र पर कंप्यूटर की व्यवस्था की गई थी।
बार कोड वाली कॉपी का इस्तेमाल
पहली बार किसी भी स्टेट बोर्ड में बार कोड और प्री-प्रिंटेड कॉपी का इस्तेमाल किया गया। बारकोड के साथ ही ओएमआर शीट भी छात्रों को दी गई थी और इसका असर रिजल्ट पर पड़ा। इससे कॉपियों के डेटा को एकत्रित करने में दिक्कत नहीं हुई और कम समय में सभी के डेटा का एक स्थान पर कर लिया गया।
टॉपर्स की कॉपी के लिए अलग व्यवस्था
दरअसल पहले 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की कॉपियों को पहले बिहार बोर्ड मंगाया जाता था और उसकी जांच की जाती थी। हालांकि अब यह व्यवस्था खत्म कर दी गई है।अब टॉपर्स की कॉपी को बिहार बोर्ड में नहीं मंगाया जाता।