दिल्ली विश्वविद्यालय: 22 साल हो रही रिकवरी से शिक्षकों में हड़कंप

punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 10:48 AM (IST)

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध विभागों और कॉलेजों में एक हजार से अधिक शिक्षकों को डीयू की गलती का खामियाजा भुगतना पड़ा रहा है। शिक्षकों को 22 साल पहले जो ग्रेड पे व इंक्रीमेंट दी गई थी उस पर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वो गलती से दिया गया था। जिन शिक्षकों को इंक्रीमेंट दिया गया था अब उन शिक्षकों से रिकवर किया जा रहा है। 


यदि वह अभी उक्त धनराशि नहीं लौटाएंगे तो सेवानिवृत्त होने के बाद उनके वेतन या पीएफ से काट लिया जाएगा, तभी उनकी पेंशन बनेगी। शिक्षकों से इतनी बड़ी धनराशि वसूली करने को लेकर तनाव और असंतोष का माहौल बना हुआ है। बता दें कि एक जनवरी 1996 (22 साल पहले) शिक्षकों को जो ग्रेड पे दिया गया था उसे वापिस लिया जा रहा है, उन्हें जो 14,940 ग्रेड पे दिया गया था, वो उसके हकदार नहीं थे इसलिए उन्हें जो धनराशि दी गई है उसकी रिकवरी की जाए।

डीयू एसी सदस्य प्रो. हंसराज सुमन ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा विभाग) ने 24 मार्च, 1999 को यूजीसी के सचिव को पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के शिक्षकों के पे स्केल संबंधी स्पष्टीकरण दिया गया था। यूजीसी ने  डीयू  को एक पत्र भेजा था जिसमें लिखा गया था कि जो शिक्षक लेक्चरर (सलेक्शन ग्रेड) में एक जनवरी 1996 का है या रीडर ग्रेड में है और 5 साल पूरे होने के बाद उन्हें 12 हजार का ग्रेड पे के स्थान पर 14,940 ग्रेड पे दे दिया जाए। उन्होंने बताया है कि वे शिक्षक जो एक जनवरी 1996 में रीडर थे और जिनके 5 साल पूरे नहीं हुए हैं तो 5 साल पूरे होने के बाद 14,940 पर फिक्सेशन होनी थी यानी 12,000-18,300 इसमें 420 रुपए का इंक्रीमेंट लगना था लेकिन कुछ कॉलेजों ने इस नियम का पालन नहीं किया। अब 22  साल बाद जिन शिक्षकों को 14,940 ग्रेड पे दिया था।  अब उसकी वसूली के आदेश दे दिए गए हैं। उनका कहना है कि ऐसे शिक्षकों से वसूली के तौर पर 4.50 लाख से लेकर या उससे ज्यादा की रिकवरी की जा रही है।


प्रो. सुमन ने बताया है कि छठे वेतन आयोग के आधार पर इन शिक्षकों का वेतन फिक्स किया गया था, उसके आधार पर हर माह वेतन दिया जा रहा था लेकिन विवि  प्रशासन द्वारा यह सूचित किया गया है कि शिक्षकों को एक इंक्रीमेंट ज्यादा दिया गया था इसलिए उन्हें अतिरिक्त राशि लौटानी पड़ेगी। उन्होंने बताया है कि जिन कॉलेजों से जो शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं, कॉलेजों का कहना है कि आपकी पेंशन तभी निर्धारित होगी जब आप ज्यादा दी गई भुगतान की राशि को वापिस लौटाएंगे। श्री अरबिंदो कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग के एक शिक्षक द्वारा  4.50 लाख से अधिक लौटाने पर उनकी पेंशन निर्धारित की गई। 


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pooja

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