फीस और हॉस्टल मैनुअल पर जेएनयू छात्र संघ और प्रशासन के बीच तकरार बढ़ी

punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2019 - 12:15 PM (IST)

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवॢसटी (जेएनयू) छात्र समुदाय ने बुधवार को संयुक्त बयान जारी कर कहा कि छात्र संघ प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई फीस के खिलाफ है, क्योंकि जेएनयू में विभिन्न आय वर्गों से आने वाले छात्र आते हैं। जिनमें बहुत से छात्र ग्रामीण इलाकों से आते हैं, वहीं कुछ छात्र मध्यमवर्गीय परिवारों से आते हैं। प्रशासन जो फीस बढ़ा रहा है वह वार्षिक रूप से तकरीबन 999 फीसद अधिक है। विवि. के 40 फीसद छात्र-छात्राओं के परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 40 हजार है। 

विवि. के स्नातक और परास्नातक छात्र मेरिट कम मीन्स (एमसीएम) स्कॉलरशिप पर निर्भर हैं। एमसीएम में 2 हजार रुपए प्रति माह छात्र को दिए जाते हैं। एमफिल और पीएचडी छात्र यूजीसी नॉन नेट स्कॉलरशिप पर निर्भर हैं जिसमें 5 हजार प्रति माह छात्र को मिलते हैं। इसके बाद प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई फीस किस तरह छात्र भर पाएंगे। 

जेएनयू प्रशासन द्वारा 28 अक्तूबर को की कई आईएचए बैठक में छात्र संघ को शामिल नहीं किया गया। जेएनयू छात्र समुदाय अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए हॉस्टल वॉर्डन को राजी करने के लिए और हॉस्टल क्लस्टर्स प्रभारी अध्यक्षों को हॉस्टल मैनुअल अस्वीकार करने के लिए अभियान चला रहा है। यदि वे मैनुअल को अस्वीकार नहीं कर सकते तो उन्हें अपने इस्तीफा देना पूरी तरह उचित है क्योंकि वह छात्रों के हितों के लिए खड़े होने में सक्षम नहीं हैं। 

प्रशासन के साथ बैठक से पहले छात्रों के साथ हॉस्टल मैनुअल पर हुई चर्चा के बाद जवाहरलाल नेहरू यूनिवॢसटी (जेएनयू) के कई हॉस्टल प्रोवोस्ट ने हॉस्टल मैनुअल को रिजेक्ट कर दिया साथ ही कुछ हॉस्टल प्रोवोस्ट ने जेएनयू वीसी को अपने पद से इस्तीफे का पत्र भी भेज दिया। 28 अगस्त को हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन बैठक में पास हुए हॉस्टल मैनुअल ड्रॉफ्ट को रिजेक्ट करते हुए पश्चिमाबाद-1 खंड की प्रोवोस्ट नीरजा समजदार ने वीसी को लिखे पत्र में कहा कि मैं इस निष्कर्ष पर पहुंची हूं कि 28 अक्तूबर को आयोजित हुई आईएचए बैठक में जो फैसला लिया गया है उससे विवि. की प्रकृति पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। 

मैं 28 अक्तूबर को पास हुए हॉस्टल मैनुअल को निरस्त करती हूं। आईएचए बैठक अमान्य घोषित होनी चाहिए। इस फैसले का हितधारक छात्रों पर प्रभाव पड़ा है। जिसपर स्कूल और हॉस्टल जीबीएम में विस्तृत चर्चा भी हो। परिसर के दक्षिणापुरम प्रोवोस्ट भासवती दास ने भी हॉस्टल मैनुअल को रिजेक्ट कर दिया। इसके अलावा पश्चिमाबाद खंड-2 के प्रोवोस्ट शक्ति कुमार ने भी हॉस्टल एडमिनिस्ट्रेशन बैठक को अमान्य करार देते हुए नए हॉस्टल मैनुअल को निरस्त कर दिया। 


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Riya bawa

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