जेएनयू छात्रों ने जारी रखी हड़ताल, प्रशासन ने सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस को बुलाया

punjabkesari.in Tuesday, Nov 05, 2019 - 12:42 PM (IST)

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवॢसटी (जेएनयू) में छात्रावास के नियमों में बदलाव को लेकर छात्र व विवि प्रशासन पिछले सोमवार से आमने-सामने हैं। जिसके तहत नए नियमों के खिलाफ पिछले 8 दिनों से छात्रसंघ के बैनर तले छात्रों की हड़ताल जारी है। प्रशसान के खिलाफ चल रही इस हड़ताल में अब छात्र संघ के साथ सभी छात्र संगठन एक हो गए हैं। 

हड़ताल के 8वें दिन सोमवार को प्रशासन ने अर्धसैनिक बल व दिल्ली पुलिस को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बुला लिया, लेकिन उनकी मौजूदगी व टकराव के बाद छात्रों के विशाल समूह ने परिसर से वसंत कुंज पुलिस थाने तक मार्च किया और वसंत कुंज थाने में जेएनयू कुलपति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। बता दें जेएनयू प्रशासन ने 14 साल बाद छात्रावास के नियमों में बदलाव को लेकर बीते दिनों नया प्रारूप तैयार किया है। जिसके सार्वजनिक होने के बाद छात्रों ने छात्रावास की फीस में बढ़ोतरी, प्रवेश का समय निर्धारित करने समेत कई बदलावों को लेकर अपना विरोध जताया था।

 बीते 28 अक्तूबर को विवि. परिसर में आईएचए बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें हुई नारेबाजी की वजह से डीन ऑफ स्टूडेंट बीमार पड़ गए। जिन्हें मशक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। तब से लगातार जेएनयू के छात्र इस प्रारूप के खिलाफ विवि. परिसर में आंदोलित हैं। आंदोलन के 8वें दिन छात्र पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कुलपति से मिलने के लिए उनके कार्यालय में गए, लेकिन कुलपति नहीं मिले। जिसके बाद दोपहर बाद छात्रों के विशाल समूह ने वंसत कुंज थाने तक मार्च निकालकर कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई है। 

सोमवार को हुए घटनाक्रम की जानकारी देते हुए छात्रसंघ उपाध्यक्ष साकेत मून ने बताया कि विवि प्रशासन ने दो दिन पूर्व जो जानकारी सावर्जनिक जारी की है, उसके आधार पर तय है कि छात्रावास की फीस में एक हजार गुने की बढ़ोतरी होने जा रही है। जिसका फैसला विवि के 40 फीसद से अधिक छात्रों पर पडऩा तय है। ऐसी स्थिति में छात्रों को मजबूरी में परिसर छोडऩा पड़ेगा। जब तब विवि प्रशासन इस प्रारूप को वापस नहीं लेता है, तब तक छात्रों का यह आंदोलन जारी रहेगा।


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Riya bawa

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