छठी से 12वीं कक्षा स्कूलों में डिजिटल शिक्षा के लिए सरकार की पहल

punjabkesari.in Sunday, Jul 29, 2018 - 03:46 PM (IST)

नई दिल्ली : स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की पहल करते हुए सरकार ने समग्र शिक्षा के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी घटक के तहत छठी से 12वीं कक्षा तक सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को शामिल करने की योजना बनाई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने समेकित स्कूल शिक्षा की समग्र शिक्षा योजना प्रारंभ की है जिसमें वर्ष 2018- 19 से सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और शिक्षक शिक्षा योजनाओं को सम्मिलित किया गया है।      

32 राष्ट्रीय चैनलों के जरिये शैक्षणिक ई सामग्रियों का प्रसारण
उन्होंने बताया कि समग्र शिक्षा की केंद्र प्रायोजित योजना के तहत सूचना और संचार प्रौद्योगिकी घटक के अंतर्गत छठी से 12वीं कक्षा तक सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को शामिल करने की परिकल्पना की गई है ।अधिकारी ने बताया कि यह योजना बजटीय प्रावधान की उपलबधता के अधीन है।देश के सुदूर क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच सुलभ कराने की पहल के तहत डीटीएच टीवी के माध्यम से स्वयंप्रभा पहल के अंतर्गत 32 राष्ट्रीय चैनलों के जरिये शैक्षणिक ई सामग्रियों का प्रसारण प्रारंभ किया गया है। डीटीएच टीवी पर किशोर मंच का राष्ट्रीय संयोजक सीआईईटी..एनसीईआरटी है ।अधिकारी ने बताया कि इसके तहत 9 जुलाई 2018 से 24 घंटे के शैक्षणिक टीवी चैनल को फीड करने का कार्य प्रारंभ हो गया है।

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30 राज्यों में आईसीटी पाठ्यचर्या को लागू करने की पहल
इसके अलावा एनसीईआरटी द्वारा शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिये सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) पाठ्यचर्या विकसित की गई है। 588 नवोदय विद्यालयों में एक वर्ष के लिये पाठ्यचर्या को प्रारंभ किया गया था। 30 राज्यों में आईसीटी पाठ्यचर्या को लागू करने की पहल की गई है। राष्ट्रीय मुक्त शैक्षिक संसाधन संग्रहक (एनआरओईआर) के तहत स्कूल शिक्षा और अध्यापक शिक्षा के सभी चरणों को डिजिटल बनाने योग्य संसाधनों को साथ लाने की पहल की गई है। अब तक पोर्टल पर 2722 दस्तावेज, 376 पत्रिकाएं, 1664 ऑडियो, 2581 छायाचित्र ओर 5958 वीडियो सहित 13301 फाइलें उपलब्ध कराई गई हैं । एनसीईआरटी ने 9वीं से 12वीं कक्षा के लिये 12 विषयों में व्यापक मुक्त एवं ऑनलाइन पाठ्यक्रम के विकास का कार्य प्रारंभ किया है। इनमें एकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास, भूगोल, गणित, भौतिक शास्त्र, राजनीतिक शास्त्र, मनोविज्ञान और समाज शास्त्र जैसे विषय शामिल हैं ।    
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों और माता पिता के लिये व्यापक स्वयं समीक्षा एवं विश्लेषण की व्यवस्था तैयार की गई है। ‘सारांश’ पहल स्कूल, शिक्षक और माता पिता को एक साथ जोडऩे का काम करती है ताकि विद्यार्थियों की प्रगति की समीक्षा की जा सके एवं सुधार में मदद दी जा सके ।  इसके साथ ही ऑपरेशन डिजिटल बोर्ड पहल के तहत पूरे देश में 9वीं कक्षा से स्नातकोत्तर स्तर तक 15 लाख कक्षाओं में संवादात्मक डिजिटल बोर्ड उपलब्ध कराने की पहल भी की गई है।  


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