अध्यापकों पर सख्ती,बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटियों को काट व बदल नहीं पाएंगे डी.ई.ओज

punjabkesari.in Friday, Oct 05, 2018 - 03:11 PM (IST)

लुधियाना : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 28 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षाओं में अगर किसी कर्मचारी ने बोर्ड द्वारा लगाई परीक्षा ड्यूटी करने से आनाकानी की तो ऐसे कर्मचारी पर नियमों के तहत कार्रवाई होगी। यही नहीं बोर्ड द्वारा लगाई जाने वाली किसी भी तरह की ड्यूटी को अब जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (डी.ई.ओ.) बदल या काट नहीं पाएंगे। परीक्षाओं के सुचारू ढंग से संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के सैक्रेटरी कृष्ण कुमार ने समूह डी.ई.ओज को हिदायतें जारी कर दी हैं। इन हिदायतों में इस बार पहले से ही बाकायदा प्रत्येक उस बात का जिक्र किया गया जो बोर्ड व विभागीय टीमों को हर बार खटकती हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों में नियमों का पालन नहीं किया जाता। यहां बता दें कि 28 फरवरी से कक्षा 12वीं और 12 मार्च से कक्षा 10वीं की परीक्षाएं शुरू होंगी।

 

ड्यूटी कटवाने को चलती हैं सिफारिशें व बहानेबाजी जानकारी के मुताबिक प्रति वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी लगने पर कई अध्यापक अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए सिफारिशों या बहानेबाजियों का सहारा लेते हैं। ऐसे में कई बार परीक्षा केंद्रों में स्टाफ कम पड़ जाता है। इस बार शिक्षा विभाग पूरी तरह से संजीदगी बरत रहा है ताकि किसी भी परीक्षा केंद्र में कोई दिक्कत न आए। इसके लिए बोर्ड के चेयरमैन एवं शिक्षा विभाग के सैक्रेटरी कृष्ण कुमार ने परीक्षााओं से पहले ही लिखित में कई आदेश जारी कर दिए हैं।

 

नकल की शिकायत आई सामने तो डी.ई.ओज होंगे जवाबदेह विभाग ने नकलरहित परीक्षाएं करवाने के अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए डी.ई.ओज के कंधों पर भी इसकी जिम्मेदारी डाल दी है। सैक्रेटरी एजुकेशन ने साफ कहा कि अगर किसी जिले से  नकल की शिकायत सामने आती है तो बाकी एक्शन के साथ संबंधित जिले के डी.ई.ओ. से भी जवाबतलबी की जाएगी। विभाग ने स्प्ष्ट कर दिया है कि परीक्षाओं को सुचारू ढंग से करवाने के लिए पूरी जिम्मेदारी डी.ई.ओज की ही है। 

 

मैडीकल केस में एस.एम.ओ. का सर्टीफिकेट होगा मान्य विभाग ने स्पष्ट कहा कि बोर्ड द्वारा लगाई गई किसी भी ड्यूटी को डी.ई.ओज न तो काट सकते हैं और न उसमें कोई बदलाव कर सकते हैं। किसी विशेष हालत में अगर ऐसा करने की आवश्यकता पड़े तो सिर्फ उसी कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाए जिसे बोर्ड ने अपनी लिस्ट में सरप्लस स्टाफ के रूप में बताया हो। ऐसा करने से पहले बोर्ड के संयुक्त सचिव परीक्षाओं के अलावा कम्प्यूटर विभाग के डायरैक्टर को सूचित करना
होगा। यही नहीं मैडीकल से संबंधित केसों में सीनियर मैडीकल ऑफिसर द्वारा जारी सर्टीफिकेट ही मान्य होगा।

 

परीक्षा स्टाफ के काम में खलल डाला तो पुलिस करेगी कार्रवाई सैक्रेटरी एजुकेशन ने आदेशों में कहा कि किसी भी परीक्षा केंद्र में अध्यापक की बतौर सुपरिंटैंडैंट लगाई ड्यूटी को अगर कर्मचारी करने में आनाकानी करता है तो उसका नाम सीधा विभाग को भेजा जाए ताकि उस पर नियमों के मुताबिक कार्रवाई अमल में लाई जा सके। इसके अलावा परीक्षा केंद्र में ड्यूटी निभाने वाले स्टाफ को अगर किसी तरह की परेशानी बाहरी व अंदरूनी होती है तो ड्यूटी में बाधा डालने वाले के
खिलाफ तुरंत पुलिस को सूचित करके मामला दर्ज करवाया जाए।  सैक्रेटरी एजुकेशन ने जारी की ये हिदायतें

 

तैयारी करें या परीक्षा केंद्र ढूंढें
पी.एस.टी.ई.टी. के लिए एडमिट कार्ड जारी हो चुके हैं लेकिन ज्यों ही परीक्षार्थी एडमिट कार्ड पर अपना परीक्षा केंद्र देख रहे हैं तो उनकी परेशानी दोगुनी बढ़ रही है। एडमिट कार्ड जारी होने के बाद परीक्षार्थी दुविधा में हैं कि अब पेपर की तैयारी पर ध्यान दें या फिर पहले दूरदराज क्षेत्रों में बने परीक्षा केंद्रों का रूट देखने जाएं।  बात अगर लुधियाना की करें तो यहां की कुल 7 तहसीलों में से शहर की 2 तहसीलों को छोड़कर बाकी 5 जिनमें जगराओं, खन्ना, समराला, रायकोट व पायल में 32 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।


राज्यभर में 1.92 लाख परीक्षार्थी देंगे पी.एस.टी.ई.टी.
जानकारी के मुताबिक पंजाब में टैस्ट के भाग 1 व 2 के लिए करीब 1.92 लाख परीक्षाॢथयों ने अपनी राजिस्ट्रेशन करवाई है। स्टेट काऊंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेङ्क्षनग (एस.सी.ई.आर.टी.) ने राज्यभर में परीक्षा के लिए 333 परीक्षा केंद्र स्थापित करके एडमिट कार्ड जारी किए हैं। पेपर के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए अधिकारियों ने कमर कसी ली है। 

 

ऑन रोड ही बनाए हैं परीक्षा केंद्र : डिप्टी डी.ई.ओ. 
डिप्टी डी.ई.ओ. आशीष शर्मा ने बताया कि लुधियाना के लिए बनाए गए 32 परीक्षा केंद्रों पर करीब 13,200 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इसमें से 11,000 परीक्षार्थी पेपर वन और 2200 परीक्षार्थी पेपर 2 देंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी स्टाफ की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। एस.सी.ई.आर.टी. के दिशा-निर्देशों पर ही ड्यूटियां लगाई जानी हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाॢथयों को किसी तरह की दिक्कत न आए इसके लिए अधिकतर परीक्षा केंद्र ऑन रोड ही बनाए गए हैं, जहां पर बसें व अन्य वाहन आसानी से पहुंच जाते हैं। 

 

एडमिट कार्ड अपलोड करते ही छूटे पसीने
परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड अपलोड करने के बाद परेशान परीक्षार्थी आशीमा ने कहा कि उसका परीक्षा केंद्र जगराओं के एक स्कूल में बनाया गया है। परीक्षा केंद्र तक सही समय से पहुंचने के लिए उसे करीब 2 घंटे पहले अपने घर से निकलना होगा। वहीं एक अन्य परीक्षार्थी आदित्य ने कहा कि उसका परीक्षा केंद्र रायकोट तहसील के स्कूल में बनाया गया है, जबकि उसका घर चंडीगढ़ रोड के समीप है। ऐसे में पेपर के लिए उसे सुबह जल्दी घर से निकलना होगा। इसके अलावा परीक्षा केंद्र वाले स्कूल तक पहुंचने के लिए बस भी बदलनी पड़ेगी। ऐसा ही अधिकतर परीक्षार्थियों का है जिनके घरों से परीक्षा केंद्र दूर बना दिए गए हैं। 

 

पेपर वाले दिन किसी भी तरह की परेशानी या लेटलतीफी से बचने के लिए परीक्षार्थियों को चाहिए कि अपने परिजनों को भेजकर या स्वयं ही पहले जाकर परीक्षा केंद्र का रूट चैक करे लें ताकि परीक्षा वाले दिन परीक्षा केंद्र ढूंढने के लिए परेशानी न उठानी पड़े। पेपर के लिए जितना रिलैक्स होकर परीक्षार्थी घरों से निकलेंगे उतना ही पेपर पूरा करने पर ध्यान अधिक होने से पेपर अच्छा होगा। 
-अनूप पासी, सेवानिवृत्त प्रिंसीपल सरकारी मॉडल स्कूल समिट्री रोड।


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Sonia Goswami

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