अब 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को सिखानी पड़ रही है गिनती

punjabkesari.in Wednesday, Feb 13, 2019 - 09:18 AM (IST)

एजुकेशन डेस्कः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार एजुकेशन सिस्टम बेहतरीन कार्य करने का दावा करती रहती है। मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री समेत अन्य नेता भी सरकार की ओर से स्कूलों में किए गए कार्यों की बात करते हैं। हालांकि अभी भी दिल्ली सरकार की स्कूलों के बच्चे हिंदी गिनती में काफी पीछे हैं। 

एक निजी चैनल की पड़ताल में पता चला है कि बच्चों को हिंदी में गिनती नहीं आती।

 हालांकि अब स्कूलों में गिनती सीखने के लिए रोजाना क्लास चलाई जा रही है, ताकि इस वर्ल्ड क्लास स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे कम से कम गिनती तो करनी सिख सके। ऐसा नहीं है कि यह गिनती की क्लास नर्सरी और पहली कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को सिखाई जा रही हो बल्कि हिंदी में गिनती सिखाने की क्लास पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों को दी जा रही है। 

हिंदी में सिखाते हैं 123

अब यहां तक कि 12वीं कक्षा में मैथ की क्लास लेने वाले टीचर भी बच्चों को मैथ्स 1 आने से पहले हिंदी में 123 चार सिखाते हैं। सरकार ने पहले दिल्ली के तमाम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को हिंदी में गिनती सिखाने का सर्कुलर जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि सभी स्कूली बच्चों को 1 से लेकर 100 तक हिंदी में गिनती सिखाई जाए।

क्या है सर्कुलर

यह सर्कुलर दिल्ली सरकार ने बीते महीने 28 तारीख को जारी किया था। दिल्ली की तमाम सरकारी स्कूलों में जारी किए गए इस सर्कुलर में बच्चों को हिंदी में गिनती सिखाने के लिए कहा था। दिल्ली के राजकीय बाल विद्यालय के वाईस प्रिंसीपल लक्ष्मण कुमार ने बताया कि हाल ही में विभाग की ओर से ये सर्कुलर मिला जिसमें ये लिखा था कि सभी बच्चों को हिन्दी में एक से 100 तक की गिनती सिखाएं। सर्कुलर के मुताबिक सामान्य तौर से विद्यार्थी हिंदी में गिनती गिनने में सक्षम नहीं हैं। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी स्कूलों को ये निर्देश दिया गया है कि वो बच्चों को एक से सौ तक हिंदी में गिनती बोलना, सिखाने का हर संभव प्रयास करें।


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Sonia Goswami

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