CBSE PAPER LEAK प्रिंसिपल सहित 10 लोगों पर चार्जशीट

punjabkesari.in Saturday, Dec 22, 2018 - 04:57 PM (IST)

नई दिल्ली: सीबीएसई की 12वीं परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार सुबह कड़कडड़ूमा कोर्ट में फुल एंड फाइनल चार्जशीट दाखिल कर दी। इसकी पुष्टि खुद सीनियर अफसरों ने की है।

 सबूतों के आधार पर तैयार चार्जशीट में बवाना के स्कूल प्रिंसिपल सहित 10 लोगों में स्कूल स्टाफ बैंक स्टाफ को आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने इनके खिलाफ चार्जशीट में 420, 406, 409 और 201 समेत कई धाराएं लगाई हैं। टोटल 482 पेज की चार्जशीट को चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल की गई। सुनवाई की पहली तारीख 25 जनवरी मिली है। मेन चार्जशीट में 233 वे पेज में करीब अलग से डॉक्यूमेंट्स, रिकॉर्ड्स व व्हाट्सएप्प चैट अटैच की गई है। जिस तरह डॉक्यूमेंट्स की मदद से सबूतों को इकठ्टा करके चार्जशीट तैयार की है, उसमें टीचर राकेश को मास्टर माइंड बनाया गया है। 

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मार्च 2018 में 12वीं इकोनॉमिक्स का प्रश्न पत्र हिमाचल प्रदेश से लीक हुआ था। वहां से यह चंडीगढ़ गया और चंडीगढ़ से दिल्ली-एनसीआर में पहुंचा। इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार आरोपियों में डीएवी स्कूल का चपरासी अशोक, क्लर्क अमित, इसे लीक करने वाला टीचर राकेश, बैंक का मैनेजर शेरू राम, बैंक का हेड कैशियर ओम प्रकाश, चंडीगढ़ से इसे लीक करने वाली महिला आभा (बदला हुआ नाम) दिल्ली के 2 शिक्षक ऋषभ और रोहित एवं बवाना में ट्यूशन सेंटर चलाने वाला मोहम्मद तौकीर शामिल है।  फीस जमा नहीं की तो परीक्षा में नहीं दिया बैठने, विद्यार्थियों ने की शिकायत 
 

अशोकनगर मध्यप्रदेश के अशोकनगर में एक निजी स्कूल के बच्चों ने कलेक्टर से स्कूल प्रबंधन की शिकायत की। कलेक्टर मंजू शर्मा के पास पहुंचे बच्चों ने आरोप लगाया कि उनके अभिभावकों ने फीस जमा नहीं की, तो स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया और फिर तीन घंटे तक बच्चों को बाहर खड़ा रखा। बाद में बच्चों को स्कूल से भगा दिया। इससे बाद बच्चे प्रबंधन की शिकायत करने स्कूल से यहां आए हैं। मामला शहर के एक पिलक स्कूल का है। जहां कल स्कूली बच्चों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर शिकायत की कि छठवी और आठवी कक्षा की परीक्षा थी, लेकिन फीस जमा न होने की वजह से स्कूल ने करीब 15 बच्चों को परीक्षा में न बिठाकर स्कूल से भगा दिया। बच्चों ने कहा कि उनके माता-पिता ने 30 दिसंबर तक फीस जमा करने का कहा था, लेकिन प्राचार्य ने नहीं बैठने दिया। कलेक्टर के नाम लिखे शिकायती पत्र में इन छोटे-छोटे बच्चों का कहना है कि उन्हें इंसाफ दिलाया जाए। साथ ही उनके साथ किए गए दुव्र्यवहार पर स्कूल को सीख देने की मांग भी की है। स्कूली बच्चों द्वारा स्कूल से भगाने और प्रताडि़त करने की शिकायत पर कलेक्टर ने डीपीसी यू एन मिश्रा को बुलाकर समस्या निपटाने के निर्देश दिए। डीपीसी का कहना है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद उन्होंने स्कूल पहुंचकर बच्चों को परीक्षा में बिठा दिया गया। साथ ही स्कूल को नोटिस जारी किया जाएगा जिसमें बच्चों को भगाने का कारण पूछा जाएगा। 


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Maninder Singh Chadha

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