लेबर कोच बनने के फील्ड में करियर ऑप्शन्स,डिसटेंस स्डीज का लिया जा सकता है सहारा
punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 03:02 PM (IST)
नई दिल्ली: 'डौला' ग्रीक वर्ड है जिसका अर्थ होता है-सेवा करने वाली महिला। ऐसे में इस फील्ड में करियर के ऑप्शन्स भी बढ़ रहे हैं। प्रेग्नेंट लेडी को इमोशनल, फिज़िकल के साथ इंफोर्मेटिव सपोर्ट देने का काम लबोर कोव्ह यानी लेबर डौला का होता है।
लेबर डौला का काम सिर्फ प्रेग्नेंट लेडी को उसके शिशु को स्वस्थ रखने की ही जिमेदारी नहीं होती बल्कि शिशु का जन्म होने के बाद तक कि जिम्दारियों को निभाना होता है। लेबर डौला के कार्य लेबर डौला का काम प्रेग्नेंसी के तीसरी महीने से शुरु होता है। प्रेगनेंसी से जुड़ी हर समस्याओं को दूर करने के साथ एक हेल्थी लाइफ, डाइट और एक्सरसाइज से जुड़ी हर जानकारी देना डौला का काम होता है। डौला पूरी तरह से प्रेग्नैसी के लिए ट्रेंड होती है इसलिए एक बेहतर इंस्ट्रक्टर या कोच की तरह काम करती है।
इसके लिए रेग्युलर क्लास या डिसटेंस स्डीज का सहारा लिया जा सकता है। लेबर डौला के सर्टीफिकेट कोर्स के लिए हालांकि बहुत जगह ऑप्शन तो नहीं लेकिन कप्पा इंडिया की ओर से इसका सर्टीफिकेट कोर्स कराया जाता है। 12वीं के बाद सर्टीफिकेट कोर्स किया जा सकता है। इसके लिए न्यूनतम आयु 18 साल होनी चाहिए। चाइल्डबर्थ एंड पोस्टपार्टम एसोसिएशन (कप्पा इंडिया) के लिए ऑनलाइन भी संपर्क किया जा सकता है। लेबर डौला के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बाद इग्जाम होते हैं। इग्जाम क्लियर करने के बाद इंटर्नशिप के तहत कम से कम तीन डेलेवरी में मौजूद रहना जरूरी होता है।