84 साल के हुए रस्किन बांड, बच्चों से पढ़ने की आदत विकसित करने को कहा
punjabkesari.in Sunday, May 20, 2018 - 11:11 AM (IST)
मंसूरी: भारत के पसंदीदा लेखकों में शामिल किए जाने वाले रस्किन बांड 19 मई को 84 साल के हो गए। उन्होंने बच्चों के साथ समय गुजारकर अपना जन्म दिन मनाया और अपनी नयी पुस्तक जारी की , जो श्रीलंका में उनके एक प्रशंसक को लिखे पत्रों पर आधारित है।
इस अवसर पर उन्होंने कल शाम को अपना समय किताबों की अपनी पसंदीदा दुकान केम्ब्रिज में बिताया जहां सैंकड़ों की संख्या में बच्चे और वयस्क मौजूद थे। इस अवसर पर उन्होंने एक विशेष केक भी काटा। इस केक पर उनकी नई पुस्तक ‘ रंजी एंड द म्यूजिक मास्टर ’ के आवरण की छवि उकेरी गयी थी।
बांड ने अपने जन्मदिन पर बच्चों को विशेष सन्देश दिया ... अपनी पसंद की पुस्तक तलाशिये और उन्हें पढिय़े। उन्होंने कहा , ‘‘ एक बात याद रखिए कि पाठक सदैव पाठक ही रहता है। लिहाजा उन किताबों को तलाशिये जो आपको पसंद हों। यदि संभव हो तो अपना पुस्तकालय बनाइये और पढऩे की आदत विकसित करिये। ’’ इस छोटे से नगर और बाहर से आये बच्चों एवं वयस्कों के लिए बांड के जन्मदिन का अवसर किसी त्योहार से कम नहीं है। वे कतारबद्ध होकर पुस्तक की दुकान के बाहर खड़े थे ताकि उन्हें अपने पसंदीदा लेखक के हस्ताक्षर उनकी पुस्तक पर मिल सकें या उनके साथ सेल्फी ङ्क्षखचवाने का अवसर मिल सके।
पेंगुइन रेंडम हाउस पिछले सात साल से यहां बांड का जन्मदिन मना रहा है। बांड का जन्म हिमाचल प्रदेश के कसौली में हुआ था। वह जामनगर , देहरादून , नयी दिल्ली और शिमला में रहे। एक युवक की तरह वह चैनल द्वीप लंदन में चार वर्ष रहे। वह 1955 में भारत लौट आये। अब वह लैंडोर , मसूरी में गोद लिये गये अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका पहला उपन्यास ‘‘ द रूम आन द रूफ’’ था जो उन्होंने 17 वर्ष की आयु में लिखा था। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार , पद्मश्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।