PIX: माता दिखाती है अपना चमत्कार, पाकिस्तान भी घबराता है इनसे
punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2016 - 02:38 PM (IST)
राजस्थान के जैसलमेर से लगभग 120 कि.मी. दूर भारत पाकिस्तान की सीमा के पास माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक देवी का मंदिर स्थित है। यह मंदिर देवी हिंगलाज का स्वरूप मां तनोट का है।
भारत पाक विभाजन के पश्चात माता हिंगलाज पाकिस्तान के हिस्से में रह गई। उनका एक स्वरूप अपने भक्त की श्रद्धा और भक्ति के कारण भारत के हिस्से में आ गई। उसके विषय में कहा जाता है कि मामरिया नाम का एक चारण था। जिसकी कोई संतान नहीं थी। संतान सुख की चाहत में उसने कई बार देवी हिंगलाज की यात्रा की। देवी ने प्रसन्न होकर स्वयं उसके घर बेटी रुप में जन्म लिया। किशोरावस्था में देवी तनोट गांव में आकर बस गई। भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने तनोट माता के मंदिर का निर्माण करवाया। उन्होंने माता की प्रतिमा स्थापित की। भक्तों का मानना है कि यहां माता प्रत्यक्ष निवास करती है। इसका माता ने सबूत भी दिया है।
1965 में पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया तो उन्होंने यहां 3000 से भी अधिक बम फैंके। लगभग 450 बम माता के मंदिर परिसर में आकर गिरे लेकिन उनके धमाके की आवाज नहीं आई। माता के चमत्कार से पाकिस्तान द्वारा फैंके बम मंदिर परिसर के आस-पास फट नहीं रहे थे। आज भी मंदिर में पाकिस्तान द्वारा दागे गोलों को युद्ध की निशानी के तौर पर सजाकर रखा गया है।
इसी प्रकार 1971 में भी पाकिस्तानी मंदिर को नुक्सान नहीं पहुंचा पाए थे। माता ने रेगिस्तान को पाकिस्तानी टैंकों का कब्रिस्तान बना दिया। पाकिस्तानी टैंक रेत में धंस गए थे। इस मंदिर की सेवा सीमा सुरक्षा बल करता है। भक्त यहां मन्नत मांगकर रुमाल बांधते हैं। भक्तों की धारणा है कि यहां मांगी मन्नत अवश्य पूर्ण होती है।