Chaumasa 2021: आज से लेकर 4 महीने तक रखें कुछ बातों का ध्यान
punjabkesari.in Tuesday, Jul 20, 2021 - 07:22 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chaturmas 2021: स्कन्दपुराण के अनुसार संसार में मनुष्य जन्म और विष्णु भक्ति दोनों ही दुर्लभ हैं परंतु चातुर्मास में भगवान विष्णु का व्रत करने वाला मनुष्य ही उत्तम एवं श्रेष्ठ माना गया है। चौमासे के इन चार मासों में सभी तीर्थ, दान, पुण्य, और देव स्थान भगवान विष्णु जी की शरण लेकर स्थित होते हैं तथा चातुर्मास में भगवान विष्णु को नियम से प्रणाम करने वाले का जीवन भी शुभफलदायक बन जाता है।
चातुर्मास में क्या न करें ?
श्रावण यानि सावन के महीने में साग एवं हरी सब्जियां, भादों में दही, आश्विन में दूध और कार्तिक में दालें खाना वर्जित है।
किसी की निंदा-चुगली न करें तथा न ही किसी से धोखे से उसका कुछ हथियाना चाहिए।
चातुर्मास में शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए और कांसे के बर्तन में कभी भोजन नहीं करना चाहिए।
जो अपनी इन्द्रियों का दमन करता है वह अश्वमेध यज्ञ के फल को प्राप्त करता है।
चातुर्मास में क्या करें ?
शास्त्रानुसार चातुर्मास एवं चौमासे के दिनों में देवकार्य अधिक होते हैं जबकि हिन्दुओं के विवाह आदि उत्सव नहीं किए जाते। इन दिनों में मूर्ति, प्राण प्रतिष्ठा दिवस तो मनाए जाते हैं परंतु नवमूर्ति प्राण प्रतिष्ठा व नवनिर्माण आदि के कार्य नहीं किए जाते जबकि धार्मिक अनुष्ठान, श्रीमदभागवत ज्ञान यज्ञ, श्री रामायण और श्रीमदभगवदगीता का पाठ, हवन यज्ञ आदि कार्य अधिक होते हैं, गायत्री मंत्र के पुरश्चरण व सभी व्रत सावन मास में सम्पन्न किए जाते हैं। सावन के महीने में मंदिरों में कीर्तन, भजन, जागरण आदि कार्यक्रम अधिक होते हैं।