Venus Transit in Gemini: शुक्र-गुरु युति, 9 राशि वालों को मिलेंगे लाजवाब फायदे

punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 09:22 AM (IST)

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Venus Transit in Gemini: आज बात करेंगे शुक्र के गोचर की। शुक्र कलयुग में दाता है यानी विलासिता शुक्र से आती है। संपत्ति शुक्र से आती है। अपार धन शुक्र से आता है, वैसे तो धन का कारक गुरु है। आपकी कुंडली में आय भाव और धन भाव, भाग्य स्थान पंचम, गुरु के कारक हैं लेकिन जब अपार धन आता है, तो वो शुक्र से आता है। धन आपके चंद्रमा से आता है तो शुक्र विलासिता का कारक है। ये सुंदरता, मनोरंजन का कारक है और जब शुक्र की स्थिति अच्छी हो जाती है, कुंडली में या गोचर में बेहतर हो जाती है, तो निश्चित रूप से आपको लाभ होगा, एक-एक करके हम रजोगुण वाले लोगों की बात करते हैं, जिन लोगों में रजोगुण होता है, वहां प्रवृत्ति होती है, आपको वहां लाभ मिलता है। जिनकी बड़ी इच्छाएं उन्हें शुक्र के गोचर के दौरान लाभ होता है। तो शुक्र का 26 जुलाई को गोचर हो गया है और यह गोचर 20 अगस्त तक चलेगा। उसके बाद शुक्र आगे बढ़ जाएंगे। तो बृहस्पति और शुक्र की यह युति उनके लिए अपार धन लेकर आएगी। शुक्र एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसका नौ राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बाकी ग्रहों का छह राशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। कुछ का तीन पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।  गोचर के दौरान मंगल और शनि का गोचर तीन राशियों में अच्छा रहता है। सूर्य, राहु, केतु चार राशियों में गोचर करते हैं। इनका गोचर के दौरान अच्छा प्रभाव पड़ता है।

मेष राशि: मेष राशि के लिए गोचर तीसरे भाव में हो रहा है। तीसरा भाव पराक्रम का भाव होता है। जब गुरु और शुक्र दोनों यहां गोचर कर रहे हैं तो सबसे पहले मेष राशि के लिए धन का स्वामी गुरु के साथ चला गया है। धन भाव का कारक और धन भाव का स्वामी दोनों एक साथ हैं और जब गुरु तीसरे भाव में बैठता है तो वो आपके आय भाव को नवम दृष्टि से देखता है। मेष राशि में बैठे दोनों ग्रह सप्तम दृष्टि से आपके नवम भाव को देखेंगे यानि भाग्य आपका साथ देना शुरू कर देगा। भाग्य आपके लिए अच्छे परिणाम देगा क्योंकि शुक्र का गोचर निश्चित रूप से आपके लिए अच्छा हो गया है। शुक्र मेष राशि वालों के लिए मारक भी है। कुछ लोग धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं क्योंकि गुरु की दृष्टि आपके नवम भाव पर भी पड़ रही है लेकिन दोनों ग्रहों का एक साथ आना, शुभ ग्रहों का एक साथ आना आपके लिए बहुत अच्छा है। मेष राशि वालों को इससे बहुत लाभ होगा। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है और राशि का स्वामी धन भाव में जाकर बैठ गया है। इसका मतलब ये हुआ कि आपकी जो भी रुचि है वो धन की ओर और बढ़ेगी। गुरु का गोचर आपके लिए पहले से ही अच्छा चल रहा है। शुक्र भी वहां जाकर बैठ गया है। तो निश्चित रूप से यह गोचर आपके लिए अच्छा है और आप इन दोनों भावों को देख सकते हैं, अष्टम भाव से अष्टम भाव को गुप्त धन प्राप्त होता है और कई बार क्या होता है कि आपको ऐसा धन मिल जाता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। कुछ लोगों को ऐसी संपत्ति मिलती है जिसके बारे में उन्हें पता नहीं है। तो ऐसी संपत्ति तब मिलती है जब आपका आठवां घर शुभ प्रभाव में आता है। तो आठवां घर गुप्त धन है। तो यहां आप जो वृषभ राशि के हैं, ऐसी चीजें भी सामने आएंगी कि कुछ लोगों को शेयर मिले। वृषभ राशि वालों को धन के मामले में बहुत लाभ होगा। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए ये  तय है कि दोनों सकारात्मक ग्रह आपके चंद्रमा के ऊपर से गुजर चुके हैं। हालांकि इस राशि वालों के लिए एक समस्या ये है कि चौथे और दसवें भाव में मंगल और शनि आमने-सामने आ जाएंगे। माता के स्वास्थ्य को वहां दिक्कत आएगी क्योंकि केंद्र का प्रभाव नकारात्मक है लेकिन यहां शुक्र और बृहस्पति का केंद्र में आना मंगल और शनि की नकारात्मकता को संतुलित कर देगा। इसलिए मिथुन राशि वालों के लिए ये थोड़ा अच्छा रहेगा। अब मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र पंचम भाव का स्वामी बन जाता है क्योंकि ये बुध की राशि है इसलिए पंचम भाव के स्वामी का राशि के ऊपर से गुजरना एक काम करेगा, वो ये कि मिथुन राशि के सभी युवा जातकों के जीवन में कोई न कोई आ सकता है। अगर आपके जीवन में पहले से ही कोई है तो आपके लिए अच्छा समय बीतेगा। यानी 26 जुलाई से 20 अगस्त तक कहीं घूमने का प्रोग्राम बन सकता है। कोई मूवी, डिनर पर जा सकता है, कोई घूमने जा सकता है, लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं। ये स्थिति इसलिए बन रही है क्योंकि पंचम भाव का स्वामी स्वयं शुक्र है। ये रोमांस के कारक होते हैं। पंचम भाव रिश्तों का भाव है, वहां से शुद्ध प्रेम देखा जाता है। इसलिए जब इसका स्वामी राशि में आकर बैठेगा तो ऐसा जरूर करेगा। जब दोनों सकारात्मक ग्रह राशि के ऊपर से सप्तम भाव को देख रहे हैं, तो सप्तम भाव वैसे भी सक्रिय हो जाता है। इसलिए जो लोग साझेदारी में काम करना चाहते हैं उनके लिए समय अच्छा है। जो लोग साझेदारी करना चाहते हैं उनके लिए समय अच्छा है। जो लोग पहले से ही एक साथी हैं और शादी करना चाहते हैं उनके लिए समय अच्छा है। इसलिए मिथुन राशि वालों को इससे लाभ होगा। 

कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए यह युति 12वें भाव में बनेगी तो यहां शुक्र बारहवें भाव में जाकर भी आपके लिए अच्छा करेगा। यह स्थिति आपके लिए अच्छी रहेगी क्योंकि यहां शुक्र का गोचर अच्छा है। कर्क राशि वालों के लिए शुक्र ग्यारहवें भाव का स्वामी है। इसके साथ ही ये चौथे भाव का भार भी है। तो चौथे भाव का भार 12वें भाव में बैठने का मतलब है कि आप चौथे भाव के त्रिकोण में आते हैं। 12वां और 8वां भाव, यहां पर चौथे भाव के स्वामी का शुभ स्थिति में जाना आपके लिए संपत्ति का निर्माण कर सकता है। कोई कार खरीदने की योजना बना सकता है। कोई मकान, प्लॉट, दुकान, संपत्ति या प्रॉपर्टी से संबंधित कुछ खरीदने की योजना बना सकता है, वो चीजें थोड़ी अच्छी हो सकती हैं। कारण ये है कि चौथे भाव का भार गुरु के साथ बैठ गया। अपने घर से नौवें भाव में बैठ गया। ये 12वें भाव में बैठा है लेकिन इस पर 12वें भाव का प्रभाव नहीं पड़ता है। अगर ये 12वें भाव में बैठ गया तो ये आपके लिए निश्चित तौर पर अच्छा होगा। प्रॉपर्टी से जुड़ी चीजें यहां चलती रहनी चाहिए। जिनका काम विदेश से जुड़ा है, वहां भी आपको चीजें बेहतर होती हुई नजर आएंगी तो वहां चीजें थोड़ी बेहतर होती नजर आएंगी। 

सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए यह गोचर 11वें भाव में होगा। 11वें भाव में शुक्र का होना बहुत अच्छे परिणाम देता है क्योंकि 11वां आय का भाव होता है और यहां शुक्र दशम भाव का स्वामी होकर 11वें भाव में बैठा है। यानी कर्म स्थान का स्वामी 11वें में बैठकर गुरु के साथ बैठा है। गुरु आपके लिए 11वें का कारक भी है और 11वें में बैठना अच्छे परिणाम देता है। इसी तरह सिंह राशि वालों के लिए गुरु 11वें में गोचर कर रहा है तो 11 आपके लिए अच्छी स्थिति है। सिंह राशि वालों के लिए तुला राशि तीसरे भाव में आएगी। इसका मतलब है कि शुक्र यहां साहस बढ़ाएगा, तो यहां चीजें अच्छी हो जाएंगी। इसका लाभ आपको यहां जरूर मिलेगा और क्योंकि शुक्र अच्छे गोचर में है। यह 11वें भाव में है इससे आपको पदोन्नति भी मिल सकती है, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पंचम भाव में दो शुभ ग्रहों का सक्रिय होना भी सीधे तौर पर सहज लाभ देगा। जो लोग शेयर बाजार में काम करते हैं, उन्हें वहां अवश्य लाभ दिखाई देगा। जिन लोगों को संतान प्राप्ति होने वाली है उनके लिए यह बहुत अच्छा है क्योंकि दोनों शुभ ग्रह पंचम को देख रहे हैं और जब दोनों शुभ ग्रह पंचम को देखते हैं, तो निश्चित रूप से संतान प्राप्ति में कोई समस्या नहीं आती है।  अगर कोई आपके जीवन में पहले से है, तो आपको उसके साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिल सकता है। 26 जुलाई से 20 अगस्त तक क्योंकि गुरु सप्तम को सक्रिय कर रहा है। अगर पहले से कोई है तो विवाह भी हो सकता है। तो यह पंचम और सप्तम शुभ ग्रहों द्वारा सक्रिय हो गए हैं। जो लोग पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए पंचम का सक्रिय होना अच्छा है  क्योंकि पंचम आपकी उच्च शिक्षा का भाव भी है। तो निश्चित रूप से सिंह राशि वालों को इस गोचर के दौरान ये चीजें देखने को मिलेंगी। 

तुला राशि: तुला राशि वालों के लिए यह अच्छा रहेगा क्योंकि तुला राशि वालों के लिए राशि का स्वामी भाग्य भाव में जाकर गुरु के साथ चला जाता है। हालांकि गुरु और शुक्र मित्र नहीं हैं लेकिन राशि का स्वामी भाग्य भाव में चला जाता है, गुरु के साथ चला गया। अगर दोनों ग्रह तीसरे भाव को देखते हैं तो यह साहस को बढ़ाने का काम करेगा। सबसे पहले तो आपका साहस बढ़ेगा। तो निश्चित रूप से अगर साहस बढ़ रहा है तो आपको इसका लाभ होगा। आठवें भाव से जुड़ी चीजें जो सकारात्मक हैं, शोध से संबंधित कार्य। यहां छिपा हुआ धन जरूर मिलता है, तो आठवां भाव अच्छे परिणाम देगा। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि मंगल की राशि है लेकिन शुक्र को अष्टम भाव में जाने का कोई दोष नहीं है। अतः निश्चित रूप से यहां बैठकर शुक्र यदि धन भाव को सीधी दृष्टि से देखेगा तो धन में वृद्धि कर सकता है। गुरु यहां पहले से ही विराजमान हैं। हालांकि गुरु का अष्टम भाव में गोचर अच्छा नहीं है लेकिन क्योंकि गुरु यहां बैठकर धन भाव को देख रहे हैं तो निश्चित रूप से धन भाव और कुटुंब भाव, दोनों ही पापी शुभ ग्रहों द्वारा सक्रिय हैं इसलिए यहां ये चीजें आपके लिए बेहतर होती नजर आएंगी। धन के लिहाज से यह गोचर शुक्र की महादशा भी चल रही है। शुक्र को मजबूत करने के लिए गौशाला में जाकर गाय की सेवा करें, गाय को आटे का पेड़ा, चारा या गुड़ दे सकते हैं, तो ये शुक्र का अच्छा उपाय है। तीसरा शुक्र के उपाय के तौर पर आप सफेद चीजों का दान कर सकते हैं। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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