Vastu: मंदिर से मिले फूलों का क्या करना चाहिए, जानें यहां

punjabkesari.in Sunday, Feb 07, 2021 - 03:28 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म में देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए मंदिर व धार्मिक स्थान जाने की परंपरा है। कहा जाता है अपने घर के अलावा मंदिर एक मात्र ऐसा स्थान माना जाता है जहां जाकर व्यक्ति अपने जीवन की तमाम परेशानियां भूल जाता है और शांति का अनभुव उठा पाता है।

अक्सर आप लोगों ने देखा होगा जब भी हम मंदिर में जाते हैं, कई बार पुजारी मंदिर में में भगवान के चरणों में अर्पित फूल या फूलों का हार उठाकर प्रसाद के रूप में देते हैं। जिसे लोग कई दिनों तक संभालकर रखते हैं। मगर क्या ऐसा करना ठीक होता?

आप में से बहुत से लोग सोच रहे होंगे भला इसमें ठीक गलत क्या होगा। दरअसल फूल कुछ दिनों के बाद सूखने लगते हैं। इसलिए उनके रखने को लेकर वास्तु शास्त्र में जानकारी दी गई है। तो चलिए आपको बताते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर में से मिलने वाले फूलों के सूख जाने के बाद उनका का क्या करना चाहिए। 

धार्मिक व वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि मंदिर में मिले फूल या हार घर लाने के बाद जब सूख जाएं तो इन फूलों को कपड़े में बांध कर घर की तिजोरी में रख देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से फूलों की सकारात्मक ऊर्जा घर में मौजूद रहती है।

मंदिर से मिले फूल या हार घर लाने पर जब कुछ दिन के बाद यह सूख जाय तो इन सूखे हुए फूलों को किसी कपड़े में बांध कर घर की तिजोरी में रख देना चाहिए. ऐसा करने से फूल या हार की पॉजिटिव एनर्जी घर में मौजूद रहती है।

किसी तीर्थ स्थान से भी अगर प्रसाद के रूप में फूल या फूलों का हार मिलता है। जिसे लेकर काफी लोग परेशान हो जाते हैं कि घर पहुंचने तक ये खराब हो जाएंगे। ऐसी परिस्थिति हो तो फूल को हथेली पर रखकर सूंघ लें औऱ बाद में इश फूल को किसी पेड के नीचे या किसी पावन नदी में प्रवाहित कर दें। माना जाता है इन फूलों की सूंघने से उनकी सारी पॉजिटिव एनर्जी हमारे शरीर में प्रवेश कर जाती है।
 

इसके अलावा मंदिर से मिले हुए फूल या हार न संभा पा रहे हो तो किसी बहते हुए शुद्ध जलधारा में प्रवाहित कर सकते हैं।


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Content Writer

Jyoti

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