Vastu: भवन बनाने में पुरानी सामग्री का प्रयोग, शुभ या अशुभ
punjabkesari.in Saturday, Oct 30, 2021 - 10:42 AM (IST)

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Vastu Tips For House Construction: पिछले 1-2 वर्षों में भवन निर्माण की लागत बहुत तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में भवन बनाने की लागत को कम करने के लिए कुछ लोग भवन निर्माण में पुरानी सामग्री का उपयोग करना चाहते हैं। वर्तमान में बनने वाले भवन सीमेंट और सरियों का उपयोग करके बनाए जाते हैं जबकि, पुराने भवन गार्डर, फर्शी के बने हुए है, साथ ही भवन में लगी ईंटों की जुड़ाई चूने से की जाती थी। ऐसे में पुरानें भवनों की तुड़ाई के दौरान ईंट, गार्डर, फर्शियां, कांच इत्यादि उपयोग करने की स्थिति में निकल आते है।
कई वास्तुविद अपनी पुस्तकों में भवन निर्माण में, तोड़े गए भवन से निकली पुरानी सामग्री जैसे ईंट, पत्थर, सरिया, एंगल, गार्डर, खिड़की-दरवाजे इत्यादि का उपयोग वास्तु सम्मत न मानते हुए इसके उपयोग का विरोध करते हैं। उनके अनुसार पुरानी सामग्री के उपयोग से वास्तुदोष उत्पन्न होता है, किंतु यह धारणा बिलकुल गलत है। वास्तुशास्त्र के किसी प्रमाणिक ग्रन्थ में इस तरह की कोई बात अध्ययन में नहीं आई है। मेरे पिछले कई वर्षों के व्यावहारिक अनुभव में यह आया है कि पुरानी सामग्री के उपयोग से एक प्रतिशत भी वास्तुदोष उत्पन्न नहीं होता है।
ऐसे कईं घर हैं, जिन्होंने पुरानी सामग्री का उपयोग कर वास्तुनुकूल घर का निर्माण किया और वे परिवार सहित सुखद-सरल और समृद्धशाली जीवन व्यतीत कर रहे हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि, चाहे भवन निर्माण की सामग्री नई हो या पुरानी सुखद जीवन के लिए निर्माण वास्तुनुकूल होना चाहिए।
वास्तु गुरू कुलदीप सलूजा
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