मिट्टी का मटका बढ़ाता है रिश्तों में प्यार, जानिए इसके Interesting Facts

punjabkesari.in Thursday, Apr 22, 2021 - 03:01 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
प्राचीन समय की बात करें लोग अपने घरों में मिट्टी के घड़ों में पानी रखते थे, क्योंकि उस समय में फ्रिज आदि नहीं होते थे। कहा जाता लोग मिट्टी के घड़ों को पानी ठंडा करने के लिए उपयोग में लेते थे। अगर वास्तु शास्त्र की बात करें तो उसमें वर्णन किया गया है कि मिट्टी के घड़े में रखा पानी सेहत के लिहाज से भी अधिक लाभकारी माना जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि मिट्टी का घड़ा घर में खुशियां ही लाता है। जी हां, बहुत कम लोग होंगे जिन्हें ये पता होगा कि जहां एक तरफ मिट्टी के घड़े में रखा पानी पीने से सेहत संबंधी लाभ होते हैं, तो वहीं दूसरी इसे घर में रखने से घर में खुशहाली बढ़ती है। तो चलिए जानते हैं वास्तु शास्त्र में इससे संबंधित ऐसी बातें बताते हैं कि जो प्रमाण देती हैं कि मिट्टी का घड़ा कैसे लाभदायक हो सकता हैै। 

जैसे कि हमने कहा कि प्राचीन समय में गांव आदि के लोग पानी भरने के लिए सुराही या फिर मिट्टी के घड़े का प्रयीग करते थे, हालांकि आज भी कुछ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। दरअसल ऐसा कहा जाता है पानी से भरी सुराही को घर में रखने से कभी धन की कमी नहीं होती। इसलिए इसे घर में रखना चाहिए।

मगर आज के समय में सुराही का मिलना थोड़ा मुश्किल सा लगता है, ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार मिट्टी का छोटा सा घड़ा घर में रख लेना चाहिए। मगर ध्यान रखें इसे कभी भी खाली न रखें, गौर करें कि ये हमेशा पानी से भरा होना चाहिए। 

खाली घड़ा घर में रखने से वहां रहने वालों के जीवन में मुश्किलों आती हैं, तथा बरकत चली जाती हैं। इसके अलावा इसे रखने के स्थान को लेकर भी खास ध्यान रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार इसे रखने के लिए सबसे उचित दिशा होती है उत्तर, क्योंकि यह जल के देवता की दिशा होती है। 

अक्सर कुछ घरों में देखा जाता है कि घर के मुखिया किसी न किसी तरह के तनाव से ग्रस्त होते हैं मगर इसका कारण नहीं जान पाते। वास्तु शास्त्रियों के अनुसार ऐसे घर में वास्तु दोष होने पर होता है ऐसे में व्यक्ति को माटी के घड़े से किसी भी पौधे को पानी देना चाहिए। 

मिट्टी के पानी भरे घड़े के आगे दीपक लगाने से भी आर्थिक कष्ट दूर होते हैं तथा इसके आस-पास सजावट के तौर पर छोटी-छोटी मटकियां रखने से रिश्तों में सौंधापन बरकरार होता है।


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Content Writer

Jyoti Chahar

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